शिवपुरी – (ईपत्रकार.कॉम) |मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार की शाम 06 बजे आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के माध्यम से ‘‘अपनो से अपनी बात दिल से’’ कार्यक्रम में प्रदेश की बेटियों और महिलाओं द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश की महिलाए स्वभलम्बी एवं आत्मनिर्भर बनें इसके लिए राज्य सरकार द्वारा हरसंभव सहायता उपलब्ध कराएगी।
मुख्यमंत्री ने ‘‘दिल से’’ कार्यक्रम में अपने संबोधन में महारानी लक्ष्मी बाई, झलकारी बाई, रानी अवंनती बाई, रानी दुर्गावती, राजमाता विजयाराजे सिंधिया, उमा भारती, सुषमा स्वराज आदि महिलाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इन महिलाओं ने प्रदेश को गौरान्वित किया है।
अपनो से अपनी बात ‘‘दिल से’’ कार्यक्रम आज जिला मुख्यालय स्थित आंगनवाड़ी प्रशिक्षण केन्द्र शिवपुरी सहित विभिन्न स्थानों पर आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के माध्यम से सुना गया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के पंचायत प्रतिनिधि एवं विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओ का भी उल्लेख करते हुए कहा कि शौर्या दल भी बालिका एवं महिलाओं के लिए दिशा में भी बेहतर कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 02 लाख स्वसहायता समूहों के माध्यम से 22 लाख महिलाओं को जोड़ा गया है। इन महिलाओं को स्वरोजगार हेतु 1800 करोड़ से अधिक की राशि ऋण के रूप में प्रदाय की गई है। जिससे महिलाए बेहतर अपना स्वरोजगार संचालित कर रही है। उन्होंने कहा कि स्वसहायता को 10 लाख रूपए ऋण तक स्टाफ ड्यूटी नहीं लगेंगी और ग्रामीण स्तर पर स्वसहायता समूहों का डेस्क बनाया जाएगा। स्कूलों के विद्यार्थियों को मिलने वाली गणवेश का निर्माण भी स्वसहायता समूहों के माध्यम से कराया जाएगा। पुलिस में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण देने की कार्यवाही की जा रही है। यात्री बसों में सीसीटीव्ही कैमरे लगाने के भी निर्देश दिए गए है। सीसीटीवी कैमरे न लगाने पर बसो के परमिट निरस्त किए जाएगे। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर महिलाओं के प्रति आपत्तिजनक कमेन्ट करने वालों के विरूद्ध पुलिस महानिर्देशक और मध्यप्रदेश पुलिस की वेबसाइट पर शिकायत सीधी की जा सकती है।
श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विधवाए समाज में सम्मानपूवर्क अपना जीवन निर्वाहन कर सके, पुनर्विवाह करने पर उन्हें 2 लाख रूपए की सहायता राशि दी जाएगी। पुनः विवाह न करने पर विधवा पेंशन की बीपीएल की शर्त को शिथिल करने की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि दहेज लेना एक सामाजिक कुरीति है अतः हमें प्रतिज्ञा लेनी होगी कि न हम दहेज लेंगे और ना ही देंगे।