सतना – (ईपत्रकार.कॉम) |जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र सतना द्वारा स्वरोजगार योजनाओ के सफल उद्यमी और चयनित हितग्राही युवा-युवतियो का युवा उद्यमी प्रेरणा सम्मेलन शनिवार को सतना मे आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुये सांसद गणेश सिंह ने कहा कि किसी भी देश की अर्थव्यवस्था और जी.डी.पी. मे कृषि के बाद सबसे बडा योगदान उद्योग जगत का होता है। केन्द्र और राज्य सरकार युवाओ को आत्मनिर्भर और उद्यमी बनाने सभी प्रयास कर रही है। युवा नौकरी के बजाय उद्यमी क्षेत्र मे आगे आये और कुशल उद्यमी बनकर दूसरो को रोजगार देने वाले बने। इस मौके पर उद्योग फेडरेशन के अध्यक्ष योगेश ताम्रकार, ए.के.एस. विश्वविद्यालय के प्रो. कुलपति हर्षवर्द्धन श्रीवास्तव, एस.बी.आई. के रीजनल मैनेजर अरिवन्द कुमार, सहायक महाप्रबंधक इलाहाबाद बैंक सुधीर श्रीवास्तव, महाप्रबंधक उद्योग केन्द्र अनिल बरसैया, सेडमैप के बी.पी.सिंह, आर.टी.ओ. संजय श्रीवास्तव, सेवानिवृत्त महाप्रबंधक उद्योग ए.पी.सिंह एवं जिला उद्योग संघ के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
युवा उद्यमी प्रेरणा सम्मेलन को संबोधित करते हुये सांसद गणेश सिंह ने कहा कि भारत युवाओ का देश है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युवाओ को कौशल और स्वरोजगार से जोडने स्किल इंडिया और मेक इन इंडिया का क्रियान्वयन प्राथमिकता से कराया है। प्रदेश में भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश विदेश के उद्यमियो को आकर्षित कर बडी-बडी परियोजनाए स्थापित कराई है। युवा कौशल उन्नयन कर आत्मनिर्भर बने और स्वयं का उद्योग एवं उपक्रम खडा कर दूसरो को भी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये। उन्होने कहा कि सतना में बडे-बडे सीमेन्ट उद्योग है। प्रयास किया जाये कि इनमे लगने वाली आवश्यक जरूरी सामग्रियो का उत्पादन पूरी गुणवत्ता के साथ करते हुये जिले मे ही छोटे-छोटे उद्यम स्थापित कर स्थानीय स्तर पर उपलब्धता बढाई जाये।
उद्योग फेडरेशन के अध्यक्ष योगेश ताम्रकार ने कहा कि पूरे देश मे 2 करोड 6 लाख उद्योग लघु और मध्यम उद्यम के रूप मे स्थापित है और कृषि के बाद देश की अर्थव्यवस्था और ग्रोथ मे इन लघु उद्यमियो का ही महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होने युवा उद्यमियो को उद्यम लगाने के संबंध में महत्वपूर्ण टिप्स दिये। ए.के.एस. के प्रो. कुलपति डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि जिले मे युवा उद्यमी का लक्ष्य 50 इकाईयो का बहुत ही कम है। उनका विश्वविद्यालय स्वयं अपने यहां 10 इंटरपेन्योर कार्यक्रम चलाकर लगभग 100 युवाओ को इसके लिये तैयार कर रहा है। उन्होने सतना मे इण्डस्ट्रियल ग्रोथ सेन्टर स्थापित करने की आवश्यकता भी जताई। सेवानिवृत्त महाप्रबंधक उद्योग ए.पी.सिंह ने सतना जिले मे युवा उद्यमियो को आगे बढाने के अपने अनुभव भी साझा किये। महाप्रबंधक उद्योग एवं व्यापार केन्द्र अनिल बरसैया ने बताया कि सतना जिले मे गत वर्ष मुख्यमंत्री युवा उद्यमी का लक्ष्य 50 इकाईयो का था। जिसमें 52 इकाईयो की उपलब्धि रही है। इस वर्ष मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का लक्ष्य भी 750 इकाईयो का है।
युवा उद्यमी प्रेरणा सम्मेलन में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना से अपना उद्यम सफलतापूर्वक स्थापित करने वाले अबीर द्विवेदी और प्रीति सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा युवा उद्यमी योजना में एक कदम बढाने पर दो कदम का सहयोग दिया जा रहा है। प्रीति सिंह ने युवा उद्यमी योजना से सतना वन स्टाप जंक्षन और अबीर द्विवेदी ने सीमेन्ट फैक्टरी की नौकरी छोडकर 20 लाख रूपये की परियोजना से सतना ड्राइक्लीनर्स और लांड्री सर्विसेस आटोमेटिक प्लांट स्थापित किया है। सम्मेलन में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी युवा स्वरोजगार योजना और प्रधानमंत्री सृजन कार्यक्रमो के चयनित हितग्राहियो की समस्याये और मैदानी कठिनाईयो की जानकारी तथा सुझाव भी लिये गये। इस मौके पर सांसद गणेश सिंह ने विभिन्न स्वरोजगार इकाईयो के स्वीकृत पत्र एवं चेक का वितरण भी हितग्राहियो को किया। इनमें सिद्धार्थ उपाध्याय को लकडी फर्नीचर इकाई के लिये 50 लाख, अनुज प्रताप सिंह को डेन्टल क्लीनिक के लिये 60 लाख, दिलीप चतुर्वेदी को मैरिज हाल के लिये 20 लाख तथा अमित कुमार सिंह को स्टोन क्रेशर के लिये 13.92 लाख रूपये की परियोजना स्वीकृत की गई है।