अंधेरे में रोशनी फैलाना ईश्वरीय काम है। जो दुनिया को देख नहीं सकते, उनकी आंखें रोशन करना सबसे बड़ा पुण्य है। यह बात नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने समदृष्टि क्षमता विकास एवं अनुसंधान मण्डल “सक्षम” की मध्य प्रांत ग्वालियर शाखा द्वारा आयोजित नेत्र दान पखवाड़ा का शुभारंभ करते हुए कही। शुक्रवार से शुरू हुआ नेत्रदान पखवाड़ा 8 सितम्बर तक चलेगा।
शुक्रवार को यहाँ नई सड़क स्थित राष्ट्रोत्थान न्यास भवन में आयोजित हुए कार्यक्रम में श्रीमती माया सिंह ने कहा कि शतप्रतिशत जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सेवायें अकेले सरकारी प्रयासों से संभव नहीं है। इसमें सामाजिक संस्थाओं की भागीदारी भी जरूरी है। इस दिशा में सक्षम संस्था अच्छा काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जो सामर्थ्यवान हैं उनका नैतिक दायित्व है कि उन लोगों की मदद करें जो असहाय और जरूरतमंद हैं। श्रीमती माया सिंह ने भरोसा दिलाया कि उनकी ओर से इस प्रकार के रचनात्मक कार्यों में हर संभव सहयोग मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि बढ़ती हुई आबादी को ध्यान में रखकर देश में बड़ी संख्या में नेत्र बैंक स्थापित करने की जरूरत है।
श्रीमती माया सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने संकल्प से सिद्धि अभियान शुरू किया है। इस अभियान की भी यही मंशा है कि सभी के सहयोग से समाज में रचनात्मक गतिविधियां चलें और देश की तरक्की हो।
कार्यक्रम में डॉ. पुरेन्द्र भसीन, जेएएच के नेत्र रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. यू एस तिवारी, कार्यक्रम संयोजक डॉ. सुनील बुचके व डॉ. गजराज सिंह गुर्जर ने नेत्र दान की प्रक्रिया और महत्व पर प्रकाश डाला। चिकित्सकों ने नेत्र को सुरक्षित रखने की विधियां भी बताईं। डॉ. पुरेन्द्र भसीन ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि रजिस्टर्ड व्यक्ति की ही आँखें मृत्यु के बाद दान में ली जाती हैं। किसी भी मृतक के परिजन स्वेच्छा से समाज हित में नेत्रदान करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी आयु का व्यक्ति नेत्रदान कर सकता है। मृत्यु के 6 घंटे के भीतर नेत्रदान जरूरी है तभी वह सफल होगा।
कार्यक्रम में सक्षम की ग्वालियर इकाई के अध्यक्ष डॉ. आलोक पुरोहित ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस एस जादौन, कैंसर चिकित्सालय के प्रभारी डॉ. बी आर श्रीवास्तव व सक्षम संस्था के प्रांतीय सचिव श्री के बी एल श्रीवास्तव ने भी विचार व्यक्त किए।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने अंधत्व निवारण के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने वाले समाजसेवियों को इस मौके पर सम्मानित किया। इनमें डॉ. बी शुक्ला, डॉ. आर के गोयल, सुश्री प्रियम्बदा मोघे, श्री आर एस कुशवाह, श्री जी एस पाल, श्री अशोक जैन व श्री राजेश थरेजा शामिल हैं।