फोरलेन में तब्दील होती सड़कें, गंदे पानी के लिए बन रहे सीवरेज सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे और एलईडी कन्वर्जन के बाद अब हमारा शहर जल्द ही मिनी स्मार्ट सिटी बन जाएगा। नागरिक सहुलियत से जुड़ी सड़क, पानी, बिजली, कचरा प्रबंधन सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं को स्मार्ट बनाने के लिए योजना में 25 करोड़ मिलेंगे। मंगलवार को नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने नगर निगम को योजना में शामिल कर लिया है। प्रमुख अभियंता प्रभाकांत कटारे ने स्मार्ट सिटी योजना के बिंदुओं के आधार पर कांसेप्ट नोट तैयार कर तत्काल भेजने के लिए कहा है। महापौर डॉ. सुनीता यार्दे ने कहा निगम अब कंसल्टेंट के मार्फत स्मार्ट सिटी का खाका खींचेगा
एसएलटीसी की मंजूरी मिलते ही शहर स्मार्ट सिटी में बदलने लगेगा। विधायक एवं राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष चेतन्य काश्यप ने बताया मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान 26 जनवरी 2016 को घोषणा की थी। हाल ही में जनआशीर्वाद यात्रा लेकर आए मुख्यमंत्री का इस तरफ ध्यानाकर्षक किया था, जिसे उन्होंने तत्काल पूरा कर दिया है। योजना में शामिल होने से इन्हें और रफ्तार मिलेगी, कुछ और बड़े बदलाव भी होंगे, जिसका फायदा शहरवासियों को मिलेगा।
सरकार बेस कैपिटल के रूप में शुरुआत में 25 करोड़ रुपए देगी। स्मार्ट सिटी को आकार देने स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) कंपनी बनेगी, जो कांसेप्ट के अनुसार फंडिंग का इंतजाम करेगी। इसके लिए पीपीपी मोड, संयुक्त उद्यमों, सहायक कंपनियों सहित अन्य मोड का सहारा भी लिया जा सकेगा।
ऐसे बदलेगा स्मार्ट सिटी में
सड़क व यातायात –
सड़कों का चौड़ीकरण, वर्तमान में 5 सड़कों को फोरलेन में तब्दील कर रहे हैं, आधुनिक पार्किंग एरिया, पुलिस के सहयोग से यातायात का स्मार्ट प्रबंधन होगा।
ई-गर्वनेंस व नागरिक सुविधाएं –
निगम का कम्प्यूराइजेशन हो चुका है, सारी सेवाएं और सुविधाओं का ऑनलाइन मिल रही है।
कचरा –
100 प्रतिशत डोर टू डोर कलेक्शन होगा, जुलवानिया में बनने वाले सॉलिड एंड वेस्ट क्लस्टर का टेंडर हो चुका है, जहां कचरे से हर रोज 5 मेगावॉट बिजली बनेगी।
सीसीटीवी कैमरा –
शहर में 35 स्थानों पर 226 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी शुरू हो चुकी है, प्रोजेक्ट में पूरे शहर को कैमरों के दायरे में लिया जाना है।
पानी–
हर कनेक्शन पर स्मार्ट मीटर्स लगेंगे, वार्ड एक में प्रयोग हो चुका है, पाइप लाइन के लीकेज, रखरखाव के साथ पानी की गुणवत्ता के लिए अलग यूनिट।
उर्जा प्रबंधन –
एलईडी कर्न्वजन हो चुका, दूसरा फेस भी तैयार, इसके अलावा स्मार्ट मीटर लगेंगे, बचत करने वाले ऊर्जा स्त्रोतों को बढ़ावा।
सिटी ट्रांसपोर्ट –
सस्ता शहरी आवागमन देने वाली सिटी बस 3 महीने में दौड़ने लगेगी, सिटी ट्रांसपोर्ट योजना के दो क्लस्टर में बस चलाने के लिए एजेंसी तय हो चुकी है, दो के टेंडर निकल गए हैं।
अन्य –
टेली-मेडिसिन एंड टेली एजुकेशन को बढ़ाना दिया जाएगा, स्वरोजगार को बढ़ावा देने कौशल विकास केंद्र बनेंगे।