रियो ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए कोर्ट में दस्तक देने वाले रेसलर सुशील कुमार को दिल्ली हाई कोर्ट से राहत नहीं मिनली है. हालांकि कोर्ट ने रेसलिंग फेडरेशन को सुशील कुमार को बुलाकर बात करने के लिए कहा है. कोर्ट ने यह भी कहा कि फेडरेशन पूरे मामले को विस्तृत नजरिए से देखे ताकि भविष्य में कोई समस्या न आए.
हाई कोर्ट ने कहा, ‘सुशील कुमार रेसलिंग फेडरेशन के लिए सम्मानित व्यक्ति होने चाहिए और फेडरेशन उनको बुलाकर उनसे बातचीत करे.’ कोर्ट ने फेडरेशन को 5 दिन में जवाब फाइल करने का आदेश दिया है.
नरसिंह से मुकाबला चाहते हैं सुशील कुमार
सुशील कुमार ने कोर्ट में कहा कि वह नरसिंह यादव से रियो ओलंपिक में जाने से पहले एक मुकाबला चाहते हैं. सुशील कुमार ने कहा कि उन्होंने ओलंपिक के लिए काफी तैयारी की है. इस पर फेडरेशन ने कहा कि 2 से 3 बार सुशील कुमार ने नरसिंह यादव से किसी भी तरह के मुकाबले को टाला है. ओलंपिक के लिए नरसिंह यादव सुशील कुमार से बेहतर रेसलर हैं.
कोर्ट ने फेडरेशन से किया सवाल
कोर्ट ने कहा कि सुशील देश के लिए खेल चुके हैं, लेकिन नरसिंह यादव को भी उसकी योग्यता को ध्यान में रखकर चुना गया है. कोर्ट ने पूछा कि फेडरेशन ने सुशील को बुलाकर क्यों सारी बातें नहीं बताईं. इसके जवाब में फेडरेशन ने कहा कि सुशील को सारी चीजें पता हैं लेकिन वो समझना ही नहीं चाहते.
सुशील कुमार ने HC से की मांग
सुशील कुमार ने अर्जी देकर हाईकोर्ट से मांग की है कि नरसिंह यादव के साथ उनका ट्रायल कराया जाए. बता दें कि सुशील कुमार 74 किलोग्राम में कुश्ती के दावेदार हैं.