रमजान की आमद है
रहमतें बरसाने वाला महीना है
आओ आज सब खताओं की माफी मांग लें
दर-इ-तौरबा खुला है इस महीने में
ऐ चांद उनको मेरा पैगाम कहना
खुशी का दिन और हंसी की हर शाम कहना
जब वो देखे बाहर आकर तो उनको मेरी तरफ से
मुबारक हो रमजान कहना …
रमजान का चांद देखा,
रोजे की दुआ मांगी,
रोशन सितारा देखा,
आप की खैरियत की दुआ मांगी,
रामादान मुबारक