भारतीय क्रिकेट टीम के विराट कोहली ने गौतम गंभीर के बयान पर शुक्रवार को बगैर नाम लिए कहा कि अगर वह यह सोचने लगें कि बाहर बैठे लोग क्या कह रहे हैं तो वह घर पर बैठे होते. गंभीर के बयान पर कोहली ने कहा कि वह निश्चित तौर IPL का खिताब जीतना चाहते हैं और इसके लिए अपना बेस्ट देने की कोशिश भी कर रहे हैं.
गौतम गंभीर के बयान पर कोहली ने कहा, ‘निश्चित रूप से आप IPL जीतना चाहते हो. मैं वही कर रहा हूं जो मुझसे करने की उम्मीद की जाती है. मैं परवाह नहीं करता कि मेरे IPL जीतने या नहीं जीतने पर आलोचना की जाएगी. आप किसी भी तरह की सीमाएं नहीं बनाते. मैं कोशिश करता हूं कि अपना सर्वश्रेष्ठ करूं, जितना कर सकता हूं. मैं सभी संभावित खिताब जीतना चाहता हूं, लेकिन कभी कभार ऐसा नहीं होता.’
विराट कोहली ने कहा, ‘हमें इसके बारे में व्यावहारिक होना चाहिए कि हम ऐसा क्यों नहीं कर सके. ऐसा दबाव भरे हालत में खराब फैसले करने से हुआ. अगर मैं बाहर बैठे लोगों की तरह सोचने लगूं तो मैं पांच मैच तक भी नहीं खेल सकूंगा और मैं घर पर बैठा होता.’
क्या था गंभीर का बयान
गंभीर की राय थी कि कोई भी कोहली और महेंद्र सिंह धोनी को एक बराबर नहीं कर सकता क्योंकि भारतीय कप्तान कोहली ने अपनी टीम को IPL टूर्नामेंट का खिताब नहीं दिलाया है. कोलकाता नाइटराइडर्स को दो आईपीएल ट्रॉफियां (2012, 2014) दिलाने में टीम की अगुवाई करने वाले गंभीर ने कहा कि कोहली बतौर कप्तान पिछले आठ वर्षों में रायल चैलेंजर्स बेंगलूर को खिताब नहीं दिलवा सके, भाग्यशाली हैं कि फिर भी कप्तान बने हुए हैं. गंभीर के बयान पर न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर स्टीफन फ्लेमिंग ने कोहली का बचाव करते हुए कहा कि एक व्यक्ति से IPL नहीं जीता जा सकता.
फ्लेमिंग ने कहा, ‘एक व्यक्ति आईपीएल नहीं जीतता, इस टूर्नामेंट को जीतना कठिन है. यह और भी मुश्किल होता जा रहा है क्योंकि टीमें काफी चतुर होती जा रही हैं. खिलाड़ियों को अब आईपीएल में खेलने के लिये तैयार किया जाता है. कोच और मैनेजर खिलाड़ियों को खरीदने और टीम के संयोजन में काफी चतुर हो गए हैं.’