अगर जीतना जो हो तो
कभी हार जाना चाहिए
जंग का रिवाज़ क्यों न
अब बदल जाना चाहिए।
फूलों का इतना भी इंतजार
न करो कभी
राह पे काँटे हो, तो भी
मुस्कुरा के गुजर जाना चाहिए।
हर मंजर, हर दौर, हर हालात
खूबसूरत होंगे, बेमिसाल होंगे
खुद पे भरोसा भी
कुछ इस तरह होना चाहिए।
कहीं कच्चा धागा
कहीं सोने की जंजीर
जिसका हल्का रंग है
उसे अब तो उतर जाना चाहिए।