कोचिंग हादसे की जांच कराएगा गृह मंत्रालय, 30 दिन में रिपोर्ट सौंपेगी कमेटी

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दिल्ली के राजेंद्र नगर में हुए बेसमेंट हादसे पर गृह मंत्रालय ने एक्शन लिया है। गृह मंत्रालय ने राव कोचिंग सेंटर में हुई घटना के लिए एक कमेटी का गठन किया है। कमेटी हादसे की कारणों की जांच करेगी और जिम्मदारी तय की जाएगी। इसके अलावा कमेटी आने वाले समय में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए उपायों पर विचार करेगी और नीतिगत बदलावों पर भी अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। गृह मंत्रालय ने कमेटी को 30 दिन का समय दिया है।

इससे पहले राव कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन अभ्यर्थियों की डूबने से हुई मौत की घटना के बाद संसद से लेकर ओल्ड राजेंद्र नगर की सड़कों तक, पूरे शहर में आक्रोश नजर आया। वहीं सोमवार को पांच और व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया और बुलडोजर से अतिक्रमणों को हटाना शुरू किया गया।

लोकसभा में विभिन्न दलों के सदस्यों ने जहां एक ओर जांच की मांग की, वहीं सैकड़ों छात्रों ने पश्चिम दिल्ली में राव आईएएस स्टडी सर्किल के पास विरोध प्रदर्शन जारी रखा, जहां शनिवार रात को यह भयावह घटना घटी थी। इस घटना में तीन छात्रों की मौत हो गई थी क्योंकि वे बेसमेंट में पानी भर जाने से फंस गए थे, जिसका अवैध रूप से इस्तेमाल लाइब्रेरी के रूप में किया जा रहा था। गिरफ्तार किए गए पांच व्यक्तियों में उस वाहन का चालक भी शामिल है, जिसने जलभराव वाली सड़क पर गाड़ी चलाई थी, जिसके चलते पानी तीन मंजिला इमारत के बेसमेंट में प्रवेश कर गया था। उक्त वाहन को भी जब्त कर लिया गया है। इसके साथ ही गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों की संख्या बढ़कर सात हो गई है।

राव कोचिंग सेंटर का मालिक और कॉर्डिनेटर अरेस्ट
कोचिंग संस्थान के मालिक और संयोजक को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था और उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। लापरवाही और बरसाती नालों से गाद नहीं निकाले जाने के आरोपों से जूझ रहे दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने एक जूनियर इंजीनियर को कथित चूक के लिए बर्खास्त करने के साथ ही एक सहायक इंजीनियर को निलंबित कर दिया है। एमसीडी आयुक्त अश्विनी कुमार ने कहा, “बरसाती नालों के ऊपर से अतिक्रमणों को हटाया जाएगा।”

13 अवैध कोचिंग सेंटर सील
नगर निगम के अधिकारियों ने ओल्ड राजेंद्र नगर में अतिक्रमण रोधी अभियान चलाया। रविवार को नगर निगम ने कोचिंग संस्थानों के गढ़ इस इलाके में 13 अवैध कोचिंग सेंटर को सील कर दिया था। गुस्साये छात्रों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सैकड़ों प्रदर्शनकारी कोचिंग संस्थान के पास सड़क पर बैठ गए और मृतकों के परिवारों के लिए न्याय और मुआवजे की मांग की। उत्तर प्रदेश के निवासी राहुल शर्मा ने कहा, “यह घटना फिर से होगी। और भी छात्र मारे जाएंगे। अगर हम अभी कुछ नहीं करेंगे तो हमें अपने साथी छात्रों के लिए न्याय नहीं मिलेगा।”

दिल्ली पुलिस ने MCD से मांगा नालों की सफाई का ब्यौरा
आरोप है कि ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में कोचिंग सेंटर के पास जल निकासी व्यवस्था ठीक से काम नहीं कर रही थी, जिसके कारण बड़ी मात्रा में बारिश का पानी सड़क पर जमा हो गया और बेसमेंट में भर गया। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस एमसीडी से नालों की सफाई और इलाके में किए गए निरीक्षणों की संख्या के बारे में भी जानकारी मांगेगी। राजेंद्र नगर के अलावा, एमसीडी ने यूपीएससी कोचिंग संस्थानों के एक अन्य केंद्र, उत्तर दिल्ली के मुखर्जी नगर में सीलिंग अभियान चलाया। एक अधिकारी ने बताया कि इलाके में अवैध रूप से चल रहे प्रतिष्ठानों के बेसमेंट के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। दिल्ली अग्निशमन सेवा ने राव आईएएस स्टडी सर्किल भवन का अग्नि अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) रद्द करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।

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