पूजा घर को घर का सबसे पवित्र स्थान माना जाता है क्योंकि यहां पर अलग-अलग तरह की मूर्तियां स्थापित की जाती हैं। इसलिए वास्तु मान्यताओं के अनुसार, पूजा रुम को लेकर कई सारे नियम बताए गए हैं जिनका पालन करने से घर में पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है और घर में सुख-समृद्धि का आगमन भी होता है।
- पूजा रुम में कभी भी राहु-केतु, शनि देव और काली मां की मूर्ति स्थापित नहीं करनी चाहिए। इससे घर में नेगेटिविटी का आगमन होता है।
- पूजा रुम उत्तर-पूर्व दिशा में बनवाना शुभ माना जाता है क्योंकि इस दिशा को देव दिशा कहा जाता है। इस दिशा में पॉजिटिव एनर्जी का भी वास होता है। परंतु यदि आप इस दिशा में पूजाघर नहीं बनवा सकते तो आप पूर्व दिशा में भी पूजाघर बनवा सकते हैं।
- मंदिर के अंदर सफेद रंग का बल्ब लगाना शुभ माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी आती है। इसके अलावा मंदिर के फर्श पर पीला कपड़ा भी डालना शुभ माना जाता है।
- वास्तु शास्त्र में पूजा घर में हर दिन दीपक जरुर जलाना चाहिए इससे घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। इसके अलावा बिना नहाए हुए मूर्ति को कभी भी नहीं छुना चाहिए।
- पूजा घर में साफ-सफाई रखनी भी जरुरी है इसलिए सुबह उठते ही पूजा रुम को साफ करें इसके अलावा शाम को सोने से पहले भी पूजा रुम साफ जरुर करें।
- पूजा रुम में कभी भी किसी देवी-देवता की टूटी हुई मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। इससे वास्तु दोष का खतरा बढ़ता है और जीवन में परेशानियां भी बढ़ सकती हैं।