वैसे तो छींक आने से रोकना संभव नहीं है, लेकिन फिर भी, क्या आपने कभी छींक आने से रोकने का प्रयास किया है? अगर वाकई किया है, तो अब बिल्कुल मत कीजिगा। ये हम नहीं कह रहे, बल्कि खुद डॉक्टर्स इस बात के लिए चेतावनी दे चुके हैं।कई बार हम कही पार्टी वगैरह में बैठे होते है तो छींक रोक लेते है लेकिन यह एक प्राकृतिक क्रिया है। छींक आना हमारे स्वस्थ जीवन के लिए बेहद जरूरी है। जब कोई तत्व हमारे शरीर में नाक के माध्यम से प्रवेश करता हैं, तो हमें छींक आ जाती है। बाहरी तत्व छींक आने के कारण हमारे शरीर में प्रवेश नहीं कर पाते हैं।
– अगर आप छींक रोकते हैं तो यह सारा दबाव आपके अन्य अंगों की ओर चला जाता है। छींक रोकने से सारा का सारा जोर हमारे कानों पर आ जाता है, जिससे हमारे ईयर ड्रम्स भी फट सकते हैं।
– छींक रोकने से हमारी ऑखों पर इसका गहरा असर पड़ता है। इससे आंखों की रक्त वाहिकाएं को भी नुकसान पहुंचता है।
– छींक रोकने से हमारे गर्दन पर भी मोच आ सकती है। कभी कभी तो छींक रोकने से दिल का दौरा जैसी बड़ी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है।