यूरोपीय संघ के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क ने अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को यूरोप के लिए खतरा करार दिया है. टस्क ने यूरोपीय संघ के 27 सदस्य देशों के नेताओं को लिखे खुले पत्र में ट्रंप प्रशासन को ‘खतरनाक’ चुनौतियों में से एक करार दिया है.
उन्होंने कहा, “वाशिंगटन में बदलाव ने यूरोपीय संघ को मुश्किल हालात में ला दिया है. नया प्रशासन अमेरिका की 70 साल पुरानी विदेश नीति पर सवाल खड़े करने की कोशिश कर रहा है.” उन्होंने रूस, चीन और इस्लामिक चरमपंथ को अन्य खतरों में गिनाया है.
रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने इस सप्ताह के आखिर में माल्टा में होने वाले यूरोपीय देशों के प्रमुखों के शिखर सम्मेलन से पहले ‘राजनीतिक एकजुटता’ पर जोर दिया.
पोलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि चीन के अड़ियल रवैये, रूस की आक्रामक नीति, मध्य-पूर्व में आतंक व अराजकता और नवीन अमेरिकी प्रशासन की चिंताजनक घोषणाओं ने यूरोप के भविष्य को खतरे में डाला है.
ऑस्ट्रिया से यूरोपीय संघ के पूर्व राजनयिक स्टीफेन लेहने ने टस्क की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी भाषा उम्मीदों से परे है. पर इसका कारण समझा जा सकता है. यूरोपीय संघ के लिए ट्रंप की नीतियां जिस तरह की हैं, वैसा पहले कभी नहीं था.
टस्क का यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि यूरोपीय संघ रूसी आक्रामकता, शरणार्थी संकट, यूरोप में जोर पकड़ते जनवादी आंदोलन के साथ-साथ फ्रांस, नीदरलैंड्स और इटली में चुनावों को लेकर नाजुक स्थिति का सामना कर रहा है.