चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा के पाठ-पूजन का बहुत महत्व होता है क्योंकि इन दिनों में मां की अराधना करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। परंतु यदि इन ही दिनों में इंसान कुछ एेसे काम करे जो नवरात्रों में करने वर्जित माने जाते हों तो मां दुर्गा के रूष्ट होने की संभावना हो सकती है। इन नौ दिनों में हर किसी को कुछ नियमों का पालन करना चाहिएं। आइए जानते हैं नवरात्रि के समय में कौन से काम नहीं करने चाहिएं।
- नवरात्रि में नौ दिन का व्रत रखने वालों को दाढ़ी-मूंछ और बाल नहीं कटवाने चाहिएं, इस दौरान बच्चों का मुंडन करवाना शुभ होता है।
- इस दौरान खाने में प्याज, लहसुन और नॉन वेज बिल्कुल न खाएं।
- नौ दिन का व्रत रखने वालों को काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिएं. इस दौरान सिलाई-कढ़ाई जैसे काम भी वर्जित होते हैं।
- नवरात्रि के दौरान नाखून काटना भी वर्जित होता है इसलिए नवरात्रि शुरू होने से पहले ही नाखून काट लेने चाहिएं।
- विष्णु पुराण के अनुसार, नवरात्रि व्रत के समय तम्बाकू चबाने और शारीरिक संबंध बनाने से भी व्रत का फल नहीं मिलता है।
- व्रत रखने वाले लोगों को बेल्ट, चप्पल-जूते, बैग जैसी चमड़े की चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- यदि आप नवरात्रि में कलश स्थापना कर रहे हैं, माता की चौकी का आयोजन कर रहे हैं या अखंड ज्योति जला रहे हैं तो इन दिनों घर खाली छोड़कर नहीं जाएं। पूजा घर को गंदा नहीं रखें।
- व्रत में नौ दिनों तक खाने में अनाज व नमक का सेवन नहीं करना चाहिएं। खाने में कुट्टू का आटा, समारी के चावल, सिंघाड़े का आटा, साबूदाना, सेंधा नमक, फल, आलू, मेवे, मूंगफली खाने चाहिएं।
- व्रत रखने वालों को नौ दिन तक नींबू नहीं काटना चाहिए।
- व्रत के दौरान अगर फल खा रहे हैं तो एक बार में ही उसे खत्म कर लें, कई बार में नहीं।
- अगर आप चालीसा या सप्तशती का पाठ कर रहे हैं तो किसी से बात करने के लिए चालीसा को बीच में ना रोक दें।
- विष्णु पुराण के अनुसार, नवरात्रि व्रत के समय दिन में नहीं सोना चाहिए।
- नवरात्रि के दौरान मांसाहार और शराब इत्यादि से बिल्कुल दूर रहना चाहिए।