पिपलखुटा-बावड़ीखेड़ा के किसानों को मिलेगा पर्याप्त प्रेशर से जल

0
रतलाम ग्रामीण में निर्माणाधीन कुण्डाल कोटेश्वर सिंचाई परियोजना में अब पिपलखुटा व बावड़ीखेड़ा गांव के किसानों को पर्याप्त जल उपलब्ध हो सकेगा। रतलाम शहर व रतलाम ग्रामीण क्षेत्र के विधायकों की पहल पर सिंचाई विभाग ने पाईप लाईन की साईज और डिजाईन में आवश्यक सुधार का निर्णय लिया है। दोनांे ही गांव की करीब 70 हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि सिंचित हो सकेगी।
मंगलवार शाम रतलाम शहर विधायक चेतन्य काश्यप व रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना ने सिंचाई विभाग के कार्यपालन यंत्री एच.के. मालवीय के साथ ही परियोजना की कंसलटेंट एजेंसी नेक्स सिटी के प्रतिनिधि शिशिर श्रीवास्तव, श्रेयश शर्मा, पिपलखुटा के सरपंच प्रतिनिधि योगेन्द्रसिंह सोनगरा, बावड़ीखेड़ा के सरपंच प्रतिनिधि समरथ मालवीय के साथ बैठक की।
इस बैठक में कंसलटेंट एजेंसी व सिंचाई विभाग के अधिकारियों को किसानों की समस्या से अवगत कराते हुए निराकरण पर चर्चा की गई। तय किया गया कि कुण्डाल कोटेश्वर डेम से पिपलखुटा व बावड़ीखेड़ा ग्राम तक डाली जाने वाली 280 एमएम की पाईप लाईन के बजाय अब यहां 350 एमएम की बड़ी पाईप लाईन डाली जाएगी। पिपलखुटा में पाईप लाईन को डायवर्ट कर अधिक संख्या में किसानों को लाभान्वित किया जा सकेगा। रतलाम शहर विधायक चेतन्य काश्यप ने बताया कि चुनाव के समय कुछ लोगों ने वातावरण दुषित करने के उद्देश्य से ग्रामीणों के बीच भ्रम का माहौल तैयार किया था। कुण्डाल कोटेश्वर परियोजना रतलाम जिले के लिए अनुकरणीय व अनूठी पहल है। पिपलखुटा व बावड़ीखेड़ा के ग्रामवासियों की कुछ शंकाएं थी, जिनका अधिकारियों की मौजूदगी में समाधान किया गया है।
– कुण्डाल कोटेश्वर डेम परियोजना की कुल लागत 70 करोड़ रूपए है।
– योजना के तहत 6 गांवों के 1800 हेक्टेयर क्षेत्र में जमीन सिंचित हो सकेगी।
– परियोजना की कुल लागत 70 करोड़ रूपए लगभग है।
– 12.5 करोड़ रूपए की लागत से 6.5 किमी मेन व लगभग 130 किमी डिस्ट्रीब्युशन लाईन डाली जानी है।
Previous articleनरगिस फाखरी और सचिन जोशी की अपकमिंग हाॅरर फिल्म ‘अमावस’ का ट्रेलर हुआ रिलीज
Next articleनाखून चबाने से हो सकती है यह खतरनाक बीमारियां !