सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय का विरोध, 22 अक्टूबर को बुलाई हड़ताल

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अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (AIBEA) और भारतीय बैंक कर्मचारी महासंघ (BEFI) ने 10 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय के विरोध में 22 अक्टूबर को बैंकों की हड़ताल बुलाई है. हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 10 बैंकों के विलय का ऐलान किया था.

इस विलय के खिलाफ दो बैंक यूनियन 22 अक्टूबर को एक दिवसीय हड़ताल पर जाने वाले हैं. इस हड़ताल की वजह से अधिकतर सरकारी बैंकों के कामकाज प्रभावित होने की आशंका है.

एसबीआई का मानना है कि बैंक के बहुत कम कर्मचारी ऐसे हैं, जो हड़ताल करने वाले यूनियन का हिस्सा हैं, इसलिए इस हड़ताल का बैंक के कामकाज पर बेहद कम असर पड़ेगा.

एसबीआई ने हाल ही में कहा था कि प्रस्तावित हड़ताल से कितने का नुकसान होगा उसका अभी आकलन नहीं किया जा सकता है. इसी तरह बैंक ऑफ महाराष्‍ट्र को भी लगाता है कि यह हड़ताल बैंकिंग स्‍तर पर प्रभावित नहीं करेगा.

बता दें कि अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ और भारतीय बैंक कर्मचारी परिसंघ ने 22 अक्‍टूबर को हड़ताल बुलाई है. इसे भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) ने भी समर्थन दिया है. ये हड़ताल सरकार के 10 बैंकों के विलय के विरोध के लिए बुलाई गई है.

22 अक्‍टूबर के अलावा 26 अक्‍टूबर को शनिवार की वजह से देश के अधिकतर बैंक बंद रहेंगे. वहीं 27 अक्‍टूबर को दिवाली और रविवार है. लिहाजा 27 अक्टूबर को भी बैंकों की छुट्टी रहेगी. दिवाली के बाद 28 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा और 29 अक्टूबर को भैया दूज की वजह से देश के कई हिस्‍सों में बैंक नहीं खुलेंगे.

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