मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार द्वारा जन्माष्टमी पर सरकारी स्कूल और कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के आदेश पर विवाद खड़ा हो गया है. कांग्रेस ने इस पर आपत्ति जताते हुए पूछा है कि क्या सरकार शिक्षण संस्थानों में भी इसी तरह ईद मनाने का आदेश देगी?
दरअसल, आगामी जन्माष्टमी पर्व को लेकर मध्य प्रदेश सरकार ने आदेश जारी किया है कि इस बार जन्माष्टमी का पर्व सरकारी तरीके से मनाया जाए. इस दौरान मंदिरों में साफ-सफाई के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएं. इसके अलावा प्रदेश के सभी सरकारी स्कूल और कॉलेजों में जन्माष्टमी पर्व मनाने के साथ ही इस पर्व से जुड़ी घटनाओं को बताने के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएं. 21 अगस्त को सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में आदेश की प्रति प्रदेश के सभी संभागायुक्तों और कलेक्टरों को भी भेजी है.
जन्माष्टमी मनाने के आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि इसे सभी पर नहीं थोपा जाना चाहिए. मुझे लगता है कि इसे मनाना उचित नहीं है, खासकर शिक्षण संस्थानों में. सरकार विवाद पैदा करना चाहती है, इसलिए आदेश जारी किया है. मैं सरकार से पूछता हूं कि क्या वे स्कूलों और कॉलेजों में इस तरह से ईद और गुरु नानक जयंती मनाने का आदेश जारी करेंगे?
बता दें कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का महापर्व 26 और 27 अगस्त दोनों दिन मनाया जाएगा. भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि पर सोमवार, 26 अगस्त को त्योहार मनाने की बात कही जा रही है. जबकि श्रीकृष्ण की लीलास्थली कहे जाने वाले वृंदावन में मंगलवार, 27 अगस्त को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा. इसको लेकर पूरे देश में तैयारी शुरू कर दी गई हैं.