आसाराम बापू को मिली 7 दिन की पेरोल, राजस्थान हाईकोर्ट ने अर्जी की मंजूर

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राजस्थान की जोधपुर जेल में बंद आसाराम बापू को 7 दिन की पेरोल मिल गई है। राजस्थान हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र में इलाज के लिए आसाराम बापू को यह पेरोल दी है। आपको बता दें कि 31 अगस्त 2013 को आसाराम बापू की गिरफ्तारी हुई थी। तब से जेल के बाहर की खुली हवा बापू को फिर कभी नसीब नहीं हुई। हालांकि, इस दौरान जोधपुर सेंट्रल जेल का दरवाजा कई बार खुला। कई कैदी जेल से रिहा हो गए। यहां तक कि इस जेल में सलमान खान जैसे सेलिब्रिटी भी बाबा के रहते हुए अंदर आए और तीन दिन में ही बाहर आ गए, जिन्हें लेकर बापू अक्सर शिकायत करते रहते थे। आसाराम बापू रेप और मर्डर के केस में करीब 11 साल से राजस्थान की जोधपुर जेल में बंद हैं।

नाबालिग बच्ची से किया था बलात्कार
आसाराम बापू का मानना है कि सलमान जैसा आना भी कोई जेल आना है. पता ही नहीं चलता कि कब आए और कब गए। यहां 15 से ज्यादा कोशिशों के बाद भी ज़मानत नहीं मिली। जिंदगी की उम्मीदों ने दम तोड़ दिया। अब ले-देकर आखिरी उम्मीद गुजरात हाई कोर्ट पर टिकी है, जहां आसाराम बापू ने अपनी सजा की बर्खास्तगी के लिए रिट लगाई है। मगर, इसका फैसला कब आएगा, ये कोई नहीं जानता। आसाराम बापू जोधपुर जेल में इसलिए हैं क्योंकि उन पर इलज़ाम है कि उन्होंने वहीं एक नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार किया था।

82 साल के हैं आसाराम बापू
आसाराम का जन्म 17 अपैल 1941 को हुआ था। इस हिसाब से उनकी उम्र 82 साल की बनती है। आसाराम इन 82 सालों में दस साल सलाखों के पीछे गुजार चुके हैं और कई बार आसाराम ने अपनी उम्र को हथियार बनाते हुए भी अदालतों से जमानत, रिहाई और पेरोल की मांग की है। मगर, अदालतों ने उन पर कोई रहम नहीं दिखाया। उधर, उम्र और चाल-चलन के आधार पर उम कैद की सजा पाए अमरमणि त्रिपाठी और आनंद मोहन समेत कई कैदी जेलों से आजाद हो चुके हैं और तो और गुजरात दंगों में बिल्किस बानों के साथ बलात्कार के आरोपियों को भी रिहाई मिल चुकी है। मगर, आसाराम का नंबर अभी तक नहीं लगा है।

सजा बर्खास्त किए जाने की मांग
असल में आसाराम बापू पर एक नहीं बल्कि दो-दो रेप केस हैं और दोनों में वो दोषी पाए गए हैं। लेकिन दस साल गुजरने के बावजूद उन्हें एक बार भी जेल से बाहर आने का मौका नहीं मिला। फिलहाल, उन्होंने गुजरात हाई कोर्ट में अपनी सज़ा के खिलाफ एक रिट लगाई है, लेकिन हालत ये है कि आसाराम इस रिट का फैसला आने तक भी इंतजार नहीं करना चाहते और इसीलिए आसाराम ने उसी गुजरात हाई कोर्ट में पिछले महीने एक और रिट लगाई है। इसमें उन्होंने मांग की है कि रिट का फैसला आने तक उनकी सजा की बर्खास्त कर दी जाए।

रेप के दो मामलों में दोषी है आसाराम
अदालत में की गई इसी अपील में आसाराम ने जो बातें लिखी हैं, वो कम अजीबोगरीब नहीं है। आसाराम ने खुद पर दर्ज मुकदमे को ही झूठा करार दिया है और कहा है कि जब ये घटना होने की बात कही जा रही है, तब उनकी उम्र 64 साल की थी और लड़की की 21 साल की। ऐसे में अगर लड़की चाहती, तो वो उन्हें धक्का देकर बच सकती थी। लेकिन ये तो रही गुजरात वाले मुकदमे की बात, राजस्थान के मुकदमे में आसाराम जो सजा भोग रहे हैं, वो अलग है और ये केस आसाराम के गले की सबसे बड़ी हड्डी है।

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