मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग कूच बिहार जैसी और घटनाओं की पुनरावृत्ति की धमकी दे रहे हैं, उन्हें राजनीतिक तौर पर पर प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे नेता किस तरह के इंसान हैं, जो यह कहते हैं कि सीतलकूची जैसी और घटनाएं होंगी और मृतक संख्या अधिक होनी चाहिए थी। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कहा, ‘मैं बहुत दुखी और शर्मिंदा हूं, मैंने आज तक ऐसा प्रधानमंत्री नहीं देखा है जो बोलते वक्त मर्यादा की सीमाओं को पार कर जाता हो।’ उन्होंने अपनी सरकार के कार्यों का लेखा जोखा देते हुए कहा, ‘मैंने सभी धर्मों के लिए काम किया है। मैंने क्या नहीं किया है? अब केवल एक चीज बची है, ‘भाजपा हटाओ देश बचाओ’।’ बनर्जी ने इस दौरान राज्य में वाम दलों और कांग्रेस के गठबंधन पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां भाजपा की एजेंट हैं।
नदिया जिले के राणाघाट में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा, कुछ नेता सीतलकूची जैसी और घटनाओं की धमकी दे रहे हैं जबकि अन्य कह रहे हैं कि मृतक संख्या अधिक होनी थी। ऐसी प्रतिक्रियाएं देखकर मैं हैरान हूं, सकते में हूं। ये नेता करना क्या चाहते हैं? उन्हें राजनीतिक तौर पर प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा अपने ही कार्यकर्ताओं और नेताओं को मारकर उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर रही है, ताकि तृणमूल का नाम खराब किया जा सके। उन्होंने कहा, सीआईएसएफ की गोलीबारी में चार लोगों की हत्या की साजिश रचने से पहले हत्यारों की पार्टी भाजपा ने एक राजबंगशी (समुदाय के) भाई को मार डाला। सीआईएसएफ की गोलीबारी में मारे गए चार लोगों के अलावा सीतलकूची क्षेत्र में अज्ञात लोगों ने एक मतदान केंद्र के बाहर एक व्यक्ति को गोली मार दी थी।