फीफा वर्ल्ड कप में इंग्लैंड और ईरान के बीच मुकाबला शुरू होने से पहले ही बवाल पैदा हो गया. दरअसल ईरानी टीम ने मुकाबले से पहले राष्ट्रगान गाने से इनकार कर दिया. ईरान टीम ने यह फैसला देश में हो रहे सरकार के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनकारियों के सपोर्ट में लिया है. ये प्रदर्शनकारी महिलाओं के लिए लागू सख्त ड्रेस कोड का विरोध कर रहे हैं.
कप्तान अलीरजा जहांबख्श ने कहा कि टीम सामूहिक रूप से तय करेगी कि ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में राष्ट्रगान गाने से इनकार किया जाए या नहीं. खिलाड़ियों के इस कदम को ईरान के राज्य टीवी द्वारा सेंसर कर दिया गया.
ईरान में ये प्रदर्शन महसा अमीनी की मौत के बाद काफी उग्र हुए थे. महसा अमीनी उत्तर-पश्चिमी ईरानी शहर साकेज की एक कुर्द महिला थी. जिसके बाद 16 सितम्बर को तेहरान के एक अस्पताल में तीन दिन तक कोमा में रहने के बाद उनकी मौत हो गई थी. जिस समय ईरान की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया, वो अपने परिवार के साथ तेहरान आई थीं. पुलिस ने आरोप लगाया कि अमीनी ने ड्रेस कोड का उल्लंघन किया था और उन्होंने हिजाब नहीं पहने थे.