कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) के बीच सीट बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है। दोनों पार्टियों ने गठबंधन का ऐलान करते हुए सीट शेयरिंग की घोषणा की। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारुख अबदुल्ला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि NC 51 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस 32 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। 1 सीट सीपीआईएम को दी गई है। वहीं एक सीट पैंथर पार्टी को मिली है। फारुख अबदुल्ला ने बताया कि कांग्रेस और एनसी के उम्मीदवारों की लिस्ट आज रात तक जारी हो सकती है।
18, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर तीन चरणों में होंगे चुनाव
बता दें कि जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव होना है। पहले चरण के नामांकन की अंतिम तारीख 27 अगस्त है। 30 अगस्त तक उम्मीदवार अपना पर्चा वापस ले सकते हैं। 18 सितंबर को पहले चरण के लिए मतदान होगा। 4 अक्टूबर को विधानसभा चुनावों के नतीजे सामने आएंगे। दूसरे चरण के लिए 29 अगस्त को नामांकन के लिए नोटिफिकेशन जारी होगा। 5 सितंबर नामांकन की अंतिम तारीख होगी। उम्मीदवार 9 सितंबर तक अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। दूसरे चरण के लिए 25 सितंबर को मतदान होगा। वहीं, तीसरे और अंतिम चरण के लिए 5 सितंबर को नोटिफिकेशन जारी होगा। 12 सितंबर तक उम्मीदवार नामांकन दाखिल कर सकते हैं। 17 सितंबर को उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। तीसरे चरण में 1 अक्टूबर को मतदान होना है। तीनों चरणों के नतीजे 4 अक्टूबर को सामने आएंगे।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार चुनाव
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। वहीं, राज्य में अनुच्छेद 370 हटने के बाद यह पहला चुनाव है। विधानसभा चुनाव से पहले जम्मू-कश्मीर में सीटों का परिसीमन हुआ था। परिसीमन के बाद जम्मू-कश्मीर में सीटों की संख्या 87 से बढ़कर 90 हो गई है। परिसीमन के मुताबिक, जम्मू में 43 सीटें और कश्मीर 47 सीटें रखी गई हैं, जबकि 24 सीटें पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के लिए रिजर्व हैं। बता दें कि परिसीमन से पहले जम्मू-कश्मीर में 87 सीटें थीं, जबकि पीओके की 24 सीटों को मिलाकर 111 सीटें थीं।
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद पहली ही कैबिनेट में 370 को रीस्टोर करने के प्रस्ताव को पारित करने का ऐलान कर दिया है। मर ने कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे को तब तक जीवित रखेगी जब तक कि केंद्र में एक ऐसी सरकार नहीं आ जाती जो जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल करने पर चर्चा करने को तैयार हो। उत्तरी कश्मीर के बारामूला निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ रहे अब्दुल्ला ने कहा कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण था।