इंदौर के शीतला माता बाजार में मुस्लिम कर्मचारियों को नौकरी से हटाने और व्यापारियों को धमकाने का विवाद तेजी से बढ़ रहा है। भाजपा विधायक मालिनी गौड़ के बेटे एकलव्य सिंह गौड़ ने 25 सितंबर तक मुस्लिम कर्मचारियों को हटाने का अल्टीमेटम दिया था, जिससे बाजार में तनाव उत्पन्न हुआ। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इस कदम को असंवैधानिक और गैरकानूनी बताया है। उन्होंने कहा कि 15 सितंबर को प्रभावित कारीगरों और दुकानदारों ने पुलिस कमिश्नर को शिकायत सौंपी थी, लेकिन FIR दर्ज नहीं हुई। दिग्विजय सिंह ने चेतावनी दी है कि अगर 5 अक्टूबर तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो वे सीधे अदालत का रुख करेंगे।
इंदौर पुलिस ने बताया कि जांच जारी है और पीड़ित पक्ष सामने आने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने आरोप लगाया है कि दिग्विजय सिंह शहर के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच, हिंदू महासभा ने दिग्विजय सिंह और राहुल गांधी का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसे शीतला माता बाजार व्यापारी एसोसिएशन ने समर्थन दिया।
दिग्विजय सिंह ने मीडिया से कहा कि एक विधायक के समर्थक मुसलमानों को नौकरी न देने और उनके व्यापार को बंद कराने की बातें कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर यह कानूनन अपराध नहीं है, तो पुलिस FIR क्यों दर्ज नहीं कर रही है। इस मामले ने प्रशासन और कानून की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।




































































