इंदौर रेलवे लाईन बायपास पर आरडीए को आपत्ति, विधायक चेतन्य काश्यप ने भी बताया अप्रासंगिक

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रतलाम 4 नवम्बर 2022। इंदौर रेलवे लाईन के बायपास हेतु रतलाम रेल मण्डल द्वारा बनाए गए प्रस्ताव पर परस्पेक्टिव प्लान के बीच में आने से रतलाम विकास प्राधिकरण ने आपत्ति उठाई है। इसे लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में जिला प्रशासन एवं रेलवे अधिकारियों के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें विधायक चेतन्य काश्यप ने बायपास का प्रजेंटेशन देखने के बाद कहा कि यह प्रस्ताव काफी वर्षों पूर्व बना था, वर्तमान में अप्रासंगिक हो गया है। इंदौर-दाहोद के बीच रेलवे लाईन का कार्य तेज गति से चल रहा है, इसलिए बायपास पर शासन की राशि खर्च करने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि शहर के विस्तार को देखते हुए रेलवे बायपास का प्रस्ताव शहरी सीमा में आ रहा है, जो किसी दृष्टि से उचित नहीं है, इसलिए इस प्रस्ताव को निरस्त किया जाना चाहिए।

बैठक में कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी, एसडीएम संजीवप्रकाश पाण्डे, रेलवे के डिप्टी सीई कंस्ट्रक्शन जितेन्द्र यादव, एसएसई जितेन्द्र त्रिपाठी व एईएन कंस्ट्रक्शन नरेन्द्र कुमार शर्मा उपस्थित रहे। रेलवे अधिकारियों ने बैठक के दौरान इंदौर रेलवे लाईन को दिल्ली मुम्बई रेलवे लाईन से सीधे जोड़ने हेतु प्रस्तावित बायपास का नक्शा प्रस्तुत किया। रतलाम विकास प्राधिकरण ने शहर के परस्पेक्टिव प्लान के बीच में बायपास प्रस्तावित होने से उसका विरोध किया। विधायक श्री काश्यप को भी शहर के मध्य प्रस्तावित इस बायपास के विरोध में कई लोगों ने अपनी आपत्तियां प्रस्तुत की थी।

श्री काश्यप ने बैठक में बायपास का प्रेजेंटेशन देखकर कहा कि 2 दशकों में रतलाम का काफी विस्तार हो चुका है, इसलिए बायपास का यह प्रस्ताव किसी दृष्टि से उचित नहीं है। उन्होंने रेलवे को आवश्यक होने पर शहर से 5 किलोमीटर दूरी पर बायपास का प्रस्ताव तैयार करने को कहा। कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने भी इससे सहमति जताई।

साड़ी कॉम्प्लेक्स व मण्डी की भूमि चिन्हित –
बैठक में उपस्थित राजस्व अधिकारियों से विधायक श्री काश्यप ने प्रस्तावित साड़ी कॉम्प्लेक्स एवं लहसुन प्याज मण्डी के नए निर्माण स्थल हेतु भूमि चयन की चर्चा भी की। इस दौरान अधिकारियों ने साडी काम्पलेक्स और मंडी के लिए कुछ भूमियां चिन्हित कर लिए जाने की जानकारी दी। श्री काश्यप ने मण्डी बोर्ड को रतलाम की वर्तमान मण्डी के स्थल का व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स बनाकर उपयोग करने एवं नवीन स्थान पर मण्डी विकसित करने का प्रस्ताव भेजने को कहा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में मण्डी क्षेत्र में यातायात की गंभीर समस्या उत्पन्न होने लगी है, जिसके निराकरण के लिए इसका स्थानान्तरण करना आवश्यक है। साड़ी व्यवसायियों के साथ भी कॉम्प्लेक्स निर्माण के लिए जो चर्चा हुई है, उसके मुताबिक जमीन चिन्हित कर योजना तैयार की जाए।

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