अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्यापार मामलों को लेकर एक बार फिर भारत पर निशाना साधा है. ट्रंप ने कहा कि भारत दुनिया में सर्वाधिक शुल्क लगाने वाले देशों में से एक है.
वॉशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति ने नेशनल रिपब्लिकन कांग्रेशनल कमेटी एनुअल स्प्रिंग डिनर में कहा कि भारत हर्ले-डेविडसन मोटरसाइकिल समेत अमेरिकी उत्पादों पर 100 फीसदी टैक्स लगाता है, उन्होंने कहा कि इस तरह बेतहाशा टैक्स लगाना उचित नहीं है. ट्रंप ने तंज कसते हुए भारत को ‘टैक्स का बादशाह’ बताया.
डोनाल्ड ट्रंप ने फिर दोहराया, ‘मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया. वह दुनिया में सबसे अधिक टैक्स लगाने वाले देशों में एक हैं. वह हमारे ऊपर 100 फीसदी शुल्क लगाते हैं. जब वह हमें मोटरसाइकिल भेजते हैं तो हम कोई शुल्क नहीं लगाते हैं. लेकिन हम उन्हें हर्ले-डेविडसन भेजते हैं, वह हमारे ऊपर 100 प्रतिशत शुल्क लगाते हैं. यह ठीक नहीं है.’
दरअसल आर्थिक मोर्चे पर इन दिनों भारत और अमेरिका के बीच तल्खी बढ़ गई है. पिछले महीने अमेरिका के ट्रंप प्रशासन की ओर से भारत को दी जाने वाली GSP (जेनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंस) सुविधा को छीन लिया गया. इसका मतलब यह हुआ कि भारत अब जिन प्रोडक्ट को अमेरिका में बेचेगा उस पर ट्रंप सरकार टैक्स लगाएगी. हालांकि भारत सरकार की ओर से दावा किया जा रहा है कि अमेरिका के इस फैसले का देश पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
अमेरिका ने GSP की शुरुआत 1976 में की थी. इसका मकसद विकासशील देशों में आर्थिक वृद्धि बढ़ाना था. इसके तहत चुनिंदा सामानों के ड्यूटी-फ्री या मामूली टैरिफ पर दूसरे देशों को अमेरिका में निर्यात की अनुमति दी जाती है.
गौरतलब है कि अमेरिका का व्यापार घाटा बढ़ता जा रहा है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार के मोर्चे पर सख्ती के बावजूद पिछले साल के दौरान अमेरिका का व्यापार घाटा 10 साल की ऊंचाई पर पहुंच गया. यह 2018 में 12.5 फीसदी बढ़कर 621 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इस दौरान आयात और निर्यात दोनों में ही वृद्धि हुई और ये अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गए.