भारत और बांग्लादेश के बीच द्विपक्षीय बैठक में पड़ोसी देश में हिन्दू मंदिरों पर हमलों का मामला उठाया गया है। शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘नो मनी फॉर टेरर’ सम्मेलन के मौके पर बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान से मुलाकात की। इस दौरान बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमलों का मामला भी उठाया गया। इसके साथ ही भारत और बांग्लादेश सीमा के बीच बाड़ लगाने पर भी चर्चा हुई।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि हम ये मानते हैं कि आतंकवाद के खतरे को किसी धर्म, राष्ट्रीयता या समूह से नहीं जोड़ा जा सकता है और न ही इसे जोड़ा जाना चाहिए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि आतंकवाद का वित्तपोषण (टेरर फंडिंग) आतंकवाद से कहीं अधिक खतरनाक है। उन्होंने आतंकवाद को वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा बताया। उन्होंने कहा कि आतंकवादी को संरक्षण देना आतंकवाद को बढ़ावा देने के बराबर है।
अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत ने सुरक्षा ढांचे के साथ-साथ कानूनी और वित्तीय प्रणालियों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान पर परोक्ष रूप से भी हमला किया। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि दुर्भाग्य से कुछ देश ऐसे भी हैं, जो आतंकवाद से लड़ने के लिए सामूहिक प्रयासों को कमजोर और नष्ट करना चाहते हैं।