PAK पहुंचकर बोले सिद्धू- मैं यहां राजनेता के रूप में नहीं बल्कि दोस्त के रूप में आया हूं

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क्रिकेट से राजनीति में आये नवजोत सिंह सिद्धू अपने दोस्त और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने जा रहे इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने शुक्रवार को लाहौर पहुंच गए है. नीला सूट और गुलाबी पगड़ी पहने सिद्धू वाघा सीमा के जरिये लाहौर पहुंचे जहां से वह इस्लामाबाद जायेंगे. शपथ ग्रहण समारोह इस्लामाबाद में होना है.

नेता नहीं दोस्त बनकर आया
सिद्धू ने पाकिस्तान के लोकतंत्र में चुनाव के बाद आये बदलाव का स्वागत करते हुए कहा कि इमरान को दोनों देशों के बीच अमन की बहाली की पहल करनी चाहिये . उन्होंने कहा कि वह भारत के सद्भावना दूत के रूप में मोहब्बत का पैगाम लेकर पाकिस्तान आये हैं. उन्होंने कहा,‘मैं यहां राजनेता के रूप में नहीं बल्कि दोस्त के रूप में आया हूं. मैं यहां अपने दोस्त (इमरान) की खुशी में शरीक होने आया हूं.’

क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू ने कहा,‘हिन्दुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे.’ उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी दोनों देशों के बीच अमन की बात करते थे. यहा बता दें कि विपक्षी दलों की ओर से सिद्धू पर अटल बिहारी का वाजपेयी का अंतिम संस्कार छोड़ इमरान के शपथ ग्रहण के लिए पाकिस्तान जाने पर सवाल भी उठाए गए हैं.

इमरान के लिए खास गिफ्ट
लाहौर पहुंचकर सिद्धू ने कहा कि अगर पड़ोसी के घर में आग लगी हो तो आंच हम पर भी आयेगी. इमरान के बारे में उन्होंने कहा,‘मैंने उसे अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बनाते देखा है, मैं दुआ करता हूं कि इमरान अपने देश के लिये समृद्धि का परिचायक बन जाये.’यह पूछने पर कि पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान के लिये वह क्या तोहफा लाये हैं, उन्होंने कहा,‘मैं खान साहिब के लिये कश्मीरी शाल लाया हूं.’ इससे पहले पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर को भी समारोह में बुलाया गया था लेकिन उन्होंने निजी कारणों से न्योते को ठुकरा दिया था.

सुनील गावस्कर ने बताया कि अपनी कमेंट्री की व्यस्तता की वजह से वह इस शपथ समारोह में शामिल नहीं हो सकते. हालांकि उन्होंने भविष्य में उनसे मुलाकात की उम्मीद जताई. इमरान खान ने 1983 में वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कपिल देव और सिद्धू को भी न्योता दिया था.

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