विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना को महामारी घोषित कर दिया गया है। कोराना संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन सतर्क एवं मुस्तैद है। आज सोमवार को अल्प समय के लिए टीएल बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में कोरोना संक्रमण को रोकने के संबंध में चर्चा की गई।
कलेक्टर श्री आर्य ने बैठक में बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीएल बैठक एवं जनसुनवाई आगामी आदेश तक के लिए स्थगित रहेगी। अधिकारियों की बैठकों को भी स्थगति कर दिया गया है। सभी अधिकारी कर्मचारी कर्मचारी अपने कार्यालय में बैठकर कार्य करेंगें। जरूरत पड़ने पर संबंधित अधिकारी कर्मचारी को चर्चा के लिए बुलाया जायेगा। स्वास्थ्य एवं आयुष विभाग द्वारा जिले में लगाये जा रहे शिविर स्थगित रहेंगें। इसी प्रकार दिव्यांग जनों की पहचान के लिए जिला पुनर्वास केन्द्र द्वारा लगाये जा रहे शिविर भी स्थगित रहेंगें। जिले में कहीं पर भी 20 से अधिक लोगों के एकत्र होने वाले समारोह एवं आयोजन को रोकने के लिए उपाय किये जा रहे है। जिले के समस्त कालेज, स्कूल, छात्रावासों, कोचिंग संस्थानों को आगामी आदेश तक के लिए बंद रखने कहा गया है।
बैठक में कलेक्टर श्री आर्य ने अधिकारियों, कर्मचारियों एवं आम जनता से अपील की है कि वे कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता का पालन करें और अपने आसपास स्वच्छता बनाये रखें। यथा संभव यात्रा को टालने का प्रयास करें। बालाघाट जिला महाराष्ट्र से लगा हुआ है और नागपुर में कोरोना संक्रमित मरीज पाये गये है। अत: लोगों से अपेक्षा है कि वे अपने घरों में ही रहें और भीड़ वाले स्थानों पर न जायें। रिश्तेदारी में भी कुछ दिनों के लिए जाना बंद कर दें। यदि किसी को सर्दी-खांसी, बुखार के लक्षण हों तो वे स्वयं जागरूक होकर अपनी जांच करायें।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर सी पनिका ने बताया कि बालाघाट जिले में अब तक कोरोना संक्रमित एक भी मरीज नहीं पाया गया है। लेकिन जिले में सावधानी बरती जा रही है और जिला चिकित्सालय में आईसोलेशन वार्ड में संदिग्ध मरीजों को भर्ती कर परीक्षण किया जा रहा है। डॉ पनिका ने बताया कि इटली जैसे विकसित देश में कोरोना संक्रमित मरीज बड़ी संख्या में पाये गये है, जबकि भारत की तुलना में इटली की स्वास्थ्य सेवायें बहुत अच्छी है। यदि हमारे देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ेगी तो यह एक कठिन एवं मुश्किल स्थिति होगी। अत: ऐसी स्थिति से बचने के लिए आम जनता पूरी सावधानी बरते।
डॉ पनिका ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सामान्य व्यक्ति को मास्क लगाने की जरूरत नहीं है। बल्कि मास्क उस व्यक्ति को लगाना है जो इससे संक्रमित हो चुका है। इसके संक्रमण से बचने के लिए बार-बार सेनेटाईजर से या पानी से हाथ धोना बहुत जरूरी है। अभिवादन के लिए हाथ मिलाने से बचें। ट्रेन के सफर से बचें और वाहन में एसी (एयर कंडीशनर) का उपयोग न करें। रेल्वे ने भी एसी कोच से पर्दे हटाने का निर्णय किया है। कान्हा नेशनल पार्क या अन्य पार्क के भ्रमण से बचें। क्योंकि पार्क के भ्रमण के लिए आये विदेशी पर्यटकों के उपयोग के बाद वाहन को सेनेटाईज नहीं किया गया है।
बैठक में बताया गया कि जिले के सभी स्कूल, कॉलेज, आईटीआई, पालीटेक्निक कालेज, सिनेमा हॉल, मेरिज हॉल, सार्वजनिक पुस्तकालय, वॉटर पार्क, जिम, स्वीमिंग-पूल, आँगनवाड़ी आदि को आगामी 31 मार्च 2020 तक बंद करने का निर्णय लिया गया है। कार्यालयों में कर्मचारियों की बायोमेट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था को बंद किया गया है। सांस्कृतिक समारोह, सार्वजनिक समारोह, आधिकारिक यात्राओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को स्थगित किया गया है। विकासखण्ड स्तर तक शांति समितियों की बैठक आयोजित कर स्थानीय जन-प्रतिनिधियों और धर्म गुरूओं के माध्यम से नोवल कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये लोगों को जागरूक करने को कहा जा रहा है। धार्मिक प्रमुखों से कम से कम धार्मिक समारोह करने का आग्रह करने के साथ ही, 20 से अधिक लोगों की सभाओं को रोकने के लिये कानूनी उपाय किए जा रहे है।