गोपाल पुरस्कार योजना में आई जिले की सर्वश्रेष्ठ भारतीय नस्लों की गाय – भैंस

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बालाघाट – (ईपत्रकार.कॉम) |मध्य प्रदेश शासन के पशुपालन विभाग की लोक प्रिय गोपाल पुरस्कार योजना के अंतर्गत विभिन्न विकास खंडो में योजना अंतर्गत सर्व श्रेष्ठ दुग्ध उत्पादन देने वाली भारतीय देशी नस्लों की विभिन्न 10 गाये एवं 10 भैस जिले की प्रातियोगिता हेतु चयनित करके बालाघाट में लाकर जिला कार्यालय पशुपालन विभाग के प्रांगण में 3 समय की दुध उत्पादन के आधार पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हेतू लाई गई तथा उन्हे विकास खंड स्तर पर क्रमश: प्रथम 10,000 द्वितिय 7500 एवं तृतीय स्थान में 5000 रूपये के पुरस्कार प्राप्त हो चूके हैं, तथा जिला स्तर पर प्रथम 50,000 द्वितीय 25000 एवं तृतीय 15000 की राशी तथा प्रमाण पत्र प्रदान किये जायेगा। तथा शेष सभी 14 पशुपालकों को 5000 रूपये प्रति पशु की राशी दी जायेगी। गौरतलब है की प्रांत स्तर पर प्रथम 2लाख, द्वितीय 1लाख तृतीय स्तर पर 50,000 रूपये की राशी पुरस्कार स्वरूप तथा शेष 7 पशु पालकों को प्रति 10,000 रूपये की राशी प्रदान की जाती है।

मुख्य समारोह में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री जगदीश गोमे की अध्यक्षता में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा बिसेन, उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाऐ डॉ. विनोद वाजपेई,डॉ. विनोद बिसेन, डॉ. घनश्यान पर्ते, श्री मति डॉ. उमा परते, पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञो डॉ. राजेश्वर सिहं नगपुरे सहित विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी की उपस्थिती में सम्पन्न हुआ।

प्रतियोगिता में भाग लेने वाले दस गौंवशीय पशुपालकों में से प्रथम स्थान पर विकासखंड बैहर से श्री रामनाथ शिवबालक त्रिपाठी द्वारा 17.24 किग्रा दुध उत्पादन, द्वितीय स्थान पर विकासखंड लालबर्रा के ग्राम खैरगांव से श्री दिलीप गुलाबचंद राहांगडाले द्वारा 14.94 किग्रा दुध उत्पादन कर, तृतीय स्थान पर विकासखंड किरनापुर रजेंगांव से श्री जितेंद्र हरिभाउ द्वारा 13.08 किग्रा दुध उत्पादन किया गया।

वही भैंस वंशीय पशुपालकों में प्रथम स्थान श्री मधू रिखिराम लिल्हारे विकासखंड बालाघाट के ग्राम खैरी द्वारा 18.12 किग्रा दुध उत्पादन, द्वितीय स्थान पर विकासखंड किरनापुर के ग्राम केशा से श्री रोशन लाल ताराचंद द्वारा 15.96 किग्रा दुध उत्पादन एवं तृतीय विकासखण्‍ड वारासिवनी के ग्राम सरंडी से श्री विनोद रिखुलाल द्वारा 15.46 किग्रा दुध उत्पादन किया गया।

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