एक दिन निश्चित रूप से बनूंगा भारतीय क्रिकेट टीम का कोच-सौरभ गांगुली

0

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली क्रिकेट टीम के कोच बनना चाहते हैं. शुक्रवार को गांगुली ने कहा कि उनकी ख्वाहिश भविष्य में भारतीय क्रिकेट टीम के कोच बनने की है, लेकिन फिलहाल इसका समय नहीं आया है. उनका यह बयान उस समय सामने आया है, जब भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल खत्म होने वाला है और बीसीसीआई ने नए कोच के लिए आवेदन मांगे हैं. वेस्टइंडीज दौरे के समापन के साथ ही शास्त्री का कार्यकाल भी खत्म हो जाएगा.

सौरभ गांगुली (47) ने कहा, ‘मैं भारतीय क्रिकेट टीम का कोच बनने का इच्छुक हूं, लेकिन अभी नहीं. यह दौर निकलने दीजिए. मैं भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के लिए अपना नाम दूंगा.’ फिलहाल सौरभ गांगुली क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) के अध्यक्ष हैं. साथ ही आईपीएल फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के टीम एडवाइजर की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं. वो क्रिकेट कमेंट्री भी करते हैं और बेहद लोकप्रिय बंगाली क्विज शो की मेजबानी करते हैं.

सौरभ गांगुली ने कहा, ‘मैं फिलहाल आईपीएल, क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल और टीवी कमेंट्री से जुड़ा हुआ हूं. मुझे इनक काम को पूरा करने दीजिए. हालांकि इतना तय है कि मैं भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के लिए अपनी उम्मीदवारी जरूर पेश करूंगा. मैं निश्चित रूप से भारतीय क्रिकेट टीम का कोच बनना चाहता हूं और इसमें मेरी दिलचस्पी है, लेकिन इसके लिए अभी वक्त नहीं आया है.’

गांगुली ने पिछली बार भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के लिए रवि शास्त्री के नाम का चुनाव किया था. इस बार भी रवि शास्त्री के कोच चुने जाने की उम्मीद जताई जा रही है, क्योंकि कप्तान विराट कोहली ने खुलकर उनका समर्थन किया है. तीन सदस्यीय क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (सीएसी) के प्रमुख क्रिकेटर कपिल देव भी कह चुके हैं कि विराट कोहली की राय का सम्मान करने की जरूरत है.

गांगुली का कहना है कि इस बार भारतीय क्रिकेट टीम के कोच पद के लिए बड़े नाम नहीं हैं. मैंने सुना था कि माहेला जयवर्धने आवेदन करेंगे लेकिन उन्होंने नहीं किया. ऐसे में पैनल क्या फैसला लेता है, इसकी उम्मीद नहीं की जा सकती है. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय टीम को वेस्टइंडीज दौरे पर मुश्किल चुनौती का सामना करना होगा.

Previous articleअमरनाथ यात्रा पर रोक लगाने पर बोले गृह मंत्री अमित शाह- एडवाइजरी की गंभीरता को समझना होगा
Next article83% पत्थरबाज उठाते हैं हथियार और बन जाते हैं आतंकीः-भारतीय सेना