बिगड़े हैंडपंपों की शिकायतों हेतु रजिस्टर संधारित करने के निर्देश

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गुना – (ईपत्रकार.कॉम) |उच्च शिक्षा एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया ने इस साल अब तक जिले में निर्धारित वर्षा से कम वर्षा होने पर अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अल्प वर्षा की स्थिति से निपटने के लिए अभी से समुचित तैयारी आरंभ कर दें। इस स्थिति से निपटने के लिए सभी संबंधित विभाग आपस में तालमेल रखते हुए कारगर कार्य योजना बनाना सुनिश्चित करें। श्री पवैया ने ये निर्देश आज यहां सम्पन्न हुई अल्प वर्षा, पेयजल एवं जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए। बैठक में क्षेत्रीय विधायक श्री पन्ना लाल शाक्य, बमौरी विधायक श्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अर्चना चौहान, गुना नगर पालिका अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह सलूजा समेत जन प्रतिनिधिगण एवं विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।

श्री पवैया ने अधिकारियों को हिदायत दी कि पहले वे पीने के पानी की उपलब्धता का आकलन कर लें और पहली प्राथमिकता पीने के पानी के लिए दी जाए। कहीं भी पीने के पानी की किल्लत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अंचल में बिगड़े हैंडपंपों को तत्परता से दुरूस्त कराया जाए। उन्होंने बिगड़े हैंडपंपों की शिकायतें दर्ज करने के लिए ग्रामीण अंचल में रजिस्टर संधारित कराने के कार्यपालन यंत्री लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बिगड़े हैंडपंपों की शिकायतें दर्ज करने के साथ-साथ हैंडपंप ठीक किए जाने की तिथि को भी रजिस्टर में अंकित किया जाए। उन्होंने हैंडपंप ठीक हो जाने का गांव के सरपंच का प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के भी निर्देश दिए।

उच्च शिक्षा एवं लोकसेवा प्रबंधन मंत्री श्री पवैया ने नलकूप खनन की स्थिति की समीक्षा करते हुए कार्यपालन यंत्री लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी को निर्देश दिए कि वे नलकूप खनन का कार्य समय सीमा में पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। श्री पवैया ने कहा कि भू-जलस्तर लगातार गिर रहा है। इसलिए खनन कार्य कराते समय आगामी माह मई एवं जून के संभावित भू-जलस्तर की स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही नलकूप की गहराई रखी जाए। श्री पवैया ने नल जल योजनाओं को चालू रखने पर पर्याप्त ध्यान देने के भी निर्देश दिए।

उच्च शिक्षा एवं लोकसेवा प्रबंधन मंत्री ने शहरी क्षेत्रों में जल आपूर्ति व्यवस्था की स्थिति के बारे में कलेक्टर से जानकारी ली। कलेक्टर श्री राजेश जैन ने श्री पवैया को बताया कि गुना शहर में अभी पर्याप्त मात्रा में जलपूर्ति की जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि अलबत्ता आरोन शहर में पीने के पानी की समस्या है। जिसके निदान के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं। इस पर श्री पवैया ने कलेक्टर को निर्देश दिए कि वहां बैठक लेकर जल समस्या का समाधान निकालें। जरूरत पड़ने पर आरोन शहर में परिवहन से पीने के पानी का इंतजाम किया जाए। किन्तु वहां पानी की समस्या ना रहने दी जाए। कुंभराज में पानी की समस्या की ओर ध्यान आकर्षित कराने पर श्री पवैया ने वहां बैठक लेकर पानी की समस्या का समाधान करने के कलेक्टर को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगर वहां टैंकरों से पानी पहुंचाने की जरूरत पड़े, तो टैंकरों से जल प्रदाय किया जाए। किन्तु टैंकरों से जल प्रदाय व्यवस्था की मानिटरिंग भी की जाए। कलेक्टर ने कहा कि जल समस्या के प्रति प्रशासन सजग है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में ट्यूववेल में सिंगल फेस मोटर डलवाकर भी जल प्रदाय किया जाएगा। श्री पवैया ने जिले में स्टापडेम एवं बोरी बंधान बनवाकर पानी रोकने के उपाय करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने गिरते भू-जल स्तर की समस्या से निपटने हेतु तालाबों में पानी को रोकने तथा ट्यूवबेलों के पानी का इस्तेमाल सिर्फ पीने के पानी के लिए ही करने हेतु आवश्यक कदम उठाने के कलेक्टर को निर्देश दिए।

श्री पवैया ने अल्प वर्षा की स्थिति से प्रभावित हुई फसलों का सर्वे मानीटरिंग के साथ कराने के कलेक्टर को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस सर्वे में किसी किसान के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में किसान की शिकायत पर फौरन ध्यान दिया जाए। श्री पवैया ने कृषि अधिकारी को निर्देश दिए कि वे कम पानी की फसलें बोने तथा फसलों की स्थिति के बारे में पंचायत स्तर पर प्रचार-प्रसार के जरिए किसानों को अवगत कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आगामी 2 अक्टूबर 2017 को आयोजित होने वाली ग्राम सभाओं में पात्र किसानों को बीज, कीटनाशक दवा आदि का वितरण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि किसानों को जो कृषि आदान बांटे जाएं, उनकी मानीटरिंग भी की जाए। श्री पवैया ने फसलों के बारे में समय-समय पर किसानों को सलाह देने के कृषि अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कृषि अधिकारियों को हिदायत दी कि किसानों को प्रेरित करें कि जहां पानी वह रहा है, वहां वे बोरी बंधान बनवाना सुनिश्चित करें।

विद्युत आपूर्ति में आने वाली बाधा की ओर ध्यान आकर्षित कराने पर उच्च शिक्षा एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री तथा प्रभारी मंत्री ने अधीक्षण यंत्री म.प्र. विद्युत मण्डल से साफ शब्दों में कहा कि गाइडलाइन के विपरीत जाकर बिजली का प्रदाय ना रोका जाए। उन्होंने अधीक्षण यंत्री को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित करें कि जल पूर्ति के लिए विद्युत प्रदाय बाधित ना हो। अगर किसी विद्युत उपभोक्ता द्वारा अधिक राशि का विद्युत बिल आने की शिकायत की जाती है, तो उसकी शिकायत को गंभीरता से लिया जाए और पिछले विद्युत बिल से मिलान कर यह देखा जाए कि उसका बिजली का बिल क्यों अधिक आया है। अगर कहीं, मंडल के जूनियर इंजीनियर किसी तरह की गड़बड़ी में संलिप्त पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। कलेक्टर ने उच्च शिक्षा एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री को आश्वस्त किया कि अवर्षा की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन सजग है और अधिकारियों द्वारा इस दिशा में उचित कार्रवाई की जाएगी।

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