बीजेपी के कर्मठ, ईमानदार और प्रखर प्रवक्ता उमेश शर्मा का निधन हो गया है. उमेश शर्मा के निधन से बीजेपी में शौक का माहौल है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शर्मा के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने उमेश शर्मा को ईमानदार और पार्टी का कर्मठ कार्यकर्ता बताया है. उन्होंने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि आज मन पीड़ा और तकलीफ से भरा हुआ है. मेरे परम मित्र और बीजेपी के समर्पित कार्यकर्ता, अद्वितीय वक्ता और संघ संगठक उमेश शर्मा जी हमें अचानक छोड़ कर चले गए.
उनके जाने से पैदा शून्य को कोई भर नहीं सकता है. उमेश शर्मा इंदौर में पार्टी का एक बड़ा स्तंभ थे. प्रवक्ता उमेश शर्मा हाल ही मे गुजरात से लौटे थे. पार्टी ने गुजरात में होने वाले चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी थी. गुजरात से घर शनिवार को पहुंचे. आज शाम सीने में अचानक दर्द उठने के बाद परिजनों ने एक निजी अस्पताल मे भर्ती कराया. अस्पताल में इलाज के दौरान शर्मा ने अंतिम सांस ली. शर्मा का नाम संघ से जुड़ा हुआ था. भाषा शैली से विरोधियों की बोलती बंद कर देते थे.
अंतिम दर्शन करने अस्पताल पहुंचे मुख्यमंत्री
राजनीति में मजबूत पकड़ रखनेवाले शर्मा का नाम प्रमुख चुनाव के लिए सबसे ऊपर रहता था. लेकिन चुनाव लड़े बिना कार्यकर्ता के तौर पर पार्टी और आम जनों की सेवा करना चाहते थे. उनकी इसी कर्म निष्ठा के चलते बीजेपी में एक अलग ही छवि थी. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी उमेश शर्मा के देहांत को बहुत बड़ी क्षति बताया है. उन्होंने कहा कि निधन की खबर सुनकर बोलने के लिए शब्द नहीं मिल रहे हैं. उमेश शर्मा पार्टी की हर चुनाव में प्रमुख भूमिका होती थी. इंदौर में मौजूद मुख्यमंत्री चौहान ने निधन की खबर सुनकर अंतिम दर्शन करने हॉस्पिटल पहुंचे. मुख्यमंत्री ने शर्मा के परिवारजानों से मुलाक़ात कर संतावना दी. शिवराज सिंह के साथ मंत्री, कार्यकर्ता और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय थे.