भिण्ड- (ईपत्रकार.कॉम) |कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने कहा है कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप भिण्ड जिले में प्रभावमान जल रोकने के लिए 15 सितम्बर 2017 से 20 सितम्बर 2017 के मध्य अभियान चलाया जावेगा। इस अभियान के अन्तर्गत अवर्षा की स्थिति में कम पानी में पैदा होने वाली फसलो के लिए पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जावेगी। इसलिए पानी रोको अभियान को विभागीय अधिकारी गंभीरतापूर्वक संचालित करें। वे आज एनआईसी भिण्ड के सभागार में ग्रामीण एवं शहरी विकास, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, जल संसाधन आदि विभागो के अधिकारियों को बैठक में उन्हें दिशा निर्देश दे रहे थे।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती सपना निगम, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री श्री आलोक तिवारी, परियोजना अधिकारी शहरी विकास श्री आईएस नेगी, जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी, आरईएस के एसडीओ, सीईओ जनपद, नगरीय निकायो के मुख्य नगर पालिका अधिकारी, ग्रामीण विकास, जल संसाधन, शहरी विकास विभाग के उपयंत्री उपस्थित थे।
कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने कहा कि पानी रोको अभियान के अन्तर्गत रथ के माध्यम से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के नागरिको में जन जाग्रति लाने के प्रयास किए जावेंगे। साथ ही नागरिको को अभियान की जानकारी पहुंचाने की दिशा में कारगर उपाय सुनिश्चित किए जावेंगें। यह रथ प्रतिदिन तीन ग्राम पंचायतो के क्षेत्र में भ्रमण कर पानी रोकने के अभियान का संदेश पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग का अमला जल रोको-पानी रोको पर आधारित गीत और वीडियो के माध्यम से भी प्रचार प्रसार सुनिश्चित करावे। उन्होंने कहा कि जिले में स्थित नदी, नालो में प्रवाहित जल को बोरी बंधान आदि के माध्यम से रोकने की कार्यवाही 15 से 20 सितम्बर 2017 तक सुनिश्चित की जावे।
कलेक्टर ने कहा कि 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2017 तक स्वच्छता पखवाडा मनाया जावेगा। इस पखवाडे के अन्तर्गत साफ-सफाई व्यवस्था को अपनाने की पहल की जावेगी। साथ ही शौचालय निर्माण के अपूर्ण कार्यो को पूर्ण कराने की पहल होगी। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के प्रति अलख जगाने के लिए साफ-सफाई व्यवस्था को अपनाने के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के प्रयास किए जावे। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी अवर्षा की स्थिति में सिंचाई के लिए जल उपयोगिता का आंकलन करें। साथ ही कम पानी में पैदा होने वाली रबी फसलो की बोनी के लिए किसानों के मध्य जाकर अलख जगाई जावे।
जल संसाधन विभाग के इंजीनियर और मैदानी अधिकारी, डेमो में उपलब्ध पानी का आंकलन करें। साथ ही किसानों के द्वारा कम पानी में पैदा होने वाली रबी फसलो के लिए केनाल के माध्यम से पलेवा आदि के लिए पानी देने की दिशा में कार्य योजना तैयार करे। उन्होंने कहा कि जल उपभोक्ता संथाओं की गत दिवस आयोजित बैठक में कम पानी में पैदा होने वाली रबी फसलो की बोनी के लिए अवगत कराया जा चुका है। उन्होंने कहा कि सीईओ जनपद, ग्रामीण आवास के अप्रारंभ कार्यो को शीघ्र प्रारंभ करावे। साथ ही इन आवासो के लिए प्रथम किश्त जारी की जा चुकी है। उनके फोटो ग्राम पंचायत सचिव और रोजगार सहायक के माध्यम से पोर्टल पर अपलोड कराने की कार्यवाही को भी अंतिम रूप प्रदान किया जावे। उन्होंने कहा कि इन आवासो के लिए द्वितीय किश्त जारी की जा चुकी है और आवास का कार्य किश्त के मान से पूर्ण हो चुका है। उनके लिए तीसरी किश्त जारी की जाए।
इसीप्रकार जिन आवासो की छत डल गई है। उनका प्लास्टर और रंगाई-पुताई की जाकर तैयार आवास को हितग्राही को उदघाटन के लिए उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे सचिव और रोजगार सहायक आवासो के निर्माण कार्यो में शिथिलिता बरत रहे हैं। उन पर वैधानिक कार्यवाही सीईओ जनपद करें। उन्होंने कहा कि कोई भी मकान छत लेविल से नीचे नहीं रहना चाहिए। इस दिशा में संबंधित विभागीय अधिकारी समय रहते कार्यवाहियों को अंजाम दे। इसीप्रकार 15 अक्टूबर तक आवंटित लक्ष्य के अनुसार सभी आवासो को पूरा कराया जावे। कलेक्टर ने कहा कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के माध्यम से नलजल योजना एवं हैण्डपंपो के संधारण के कार्य की समीक्षा की जावे। साथ ही बंद पडी नलजल योजनाओं को चालू कराने की पहल एक सप्ताह में होना चाहिए। इसीप्रकार हैण्डपंपो के संधारण की कार्यवाही शीघ्र प्रारंभ की जावे। जिससे पीने का पानी नागरिको को उपलब्ध होता रहे।
दो सीईओ का एक दिन का वेतन राजसात करने के निर्देश
कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने ग्रामीण विकास विभाग के कार्यो की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री आवास के कार्यो में शिथिलिता बरतने वाले सीईओ जनपद रौन एवं मेहगांव का एक दिन का वेतन राजसात करने के निर्देश जिला पंचायत सीईओ को दिए।





























































