चीन में प्रदूषण के खतरे से निपटने के लिए उद्योगों पर पर्यावरण संरक्षण कर लगाया गया है। चीन की संसद ने रविवार को इस संबंध में एक कानून पारित किया है। उद्योगों को पहली बार 2018 से पर्यावरण कर का भुगतान करना होगा। भूमि, जल और वायु प्रदूषण रोकने में सरकार की विफलता से लोगों में फैली नाराजगी को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है। प्रदूषण के कारण उत्तरी चीन का एक बड़ा हिस्सा धुंध का सामना कर रहा है।
वित्त मंत्रालय ने कहा है, ‘कर राजस्व अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका लक्ष्य पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहन देना है।’ पर्यावरण प्रदूषण की प्रति इकाई के लिए कर की दर 1.2 युआन होगी। जल प्रदूषण के लिए प्रति इकाई 1.4 युआन, प्रति टन कोयला खपत पर 5 युआन और खतरनाक कचरे के लिए प्रति टन 1000 युआन कर वसूला जाएगा। ध्वनि प्रदूषण को भी कर दायरे में लाया गया है। ध्वनि प्रदूषण के लिए उद्योगों से प्रति माह कर वसूला जाएगा।
बीजिंग सहित कई शहर फिर धुंध से परेशान
बीजिंग, प्रेट्र : चीन की राजधानी बीजिंग सहित कई शहरों पर फिर से धुंध छा गई है। राजधानी के आसपास के प्रांतों को एक सप्ताह तक रेड अलर्ट का सामना करना पड़ा था। इस अलर्ट से मुक्ति मिलने के तीन दिनों बाद क्रिसमस दिवस पर फिर से धुंध छा गई। बीजिंग के कुछ हिस्सों और समीप के हेबेई प्रांत पर गहरी धुंध छाई है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को प्रदूषण कम होने की भविष्यवाणी की है।