आज का वक्त इतना एडवांस हो गया है कि गांव हो या शहर अंग्रेजी बोलना अब सिर्फ ट्रेंड ही नहीं बल्कि लोगों की जरूरत भी बन गया है। आप चाहे इंटरव्यू देने जाएं, किसी लड़की या लड़के से पहली बार बात करें या फिर कहीं चार लोगों के साथ बैठे हो अंग्रेजी ही आपकी योग्यता और इंटैलिजेंसी को तय करती है। हालांकि ऐसा होना नहीं चाहिए। आप अपने आस-पास भी देखते होंगे कि छोटे छोटे बच्चे भी फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हैं। हमारे देश की पहली भाषा हिंदी होने के बावजूद भी आधे से ज्यादा लोग अंग्रेजी में वर्तालाप करते हैं। जिन लोगों को आज के वक्त में अंग्रेजी बोलनी नहीं आती है वो खुद को कमजोर और कम पढ़ा लिखा समझते हैं।
लेकिन ये भी सच है कि हमारे देश के लोगों ने भले ही पश्चिमी कल्चर को अपना लिया हो। हमारे देश के लोगों का खानपान, पहनावा, मौज-मस्ती और अंग्रेजी बोलने का ट्रेंड भले ही पश्चिमी देशों से मेल खाता हो लेकिन भारतीय लोगों की सोच आज भी वैसी ही है जैसी आज से लगभग 20 साल पहले थी। हाल ही में मर्दों की सोच पर हुए सर्वे में ये बात सामने आई है कि आज भी मर्दों को सीधी-साधी और घरेलू लड़कियां पसंद आती हैं।
मर्दों का कहना है कि अंग्रेजी बोलने वाली हालांकि आत्मनिर्भर तो होती हैं लेकिन खुद को किसी से कम नहीं समझती हैं। इंग्लिश बोलने वाली लड़कियां अपने पति और परिवार वालों से उपर उठकर चलती है। कुछ मर्दों का कहना है कि अंग्रेजी बोलने वाली लड़कियां बात बात पर इंग्लिश में गाली देती है जो उनकी समझ में नहीं आती है। लड़के शादी करने के लिए एक सीधी साधी लड़की को पसंद करते हैं। सर्वे में एक दूसरी बात जो सामने आई है उसमें ये है कि सिर्फ उन मर्दों को अंग्रेजी बोलने वाली लड़कियां पसंद होती हैं जिन्हें अंग्रेजी बोलनी आती है। ये सर्वे उन लड़कियों के लिए अच्छी खबर है जिन्हें अंग्रेजी बोलनी नहीं आती या जो अंग्रेजी से दूर भागती हैं। हालांकि उन लड़कियों को भी दिल छोटा करने की जरूरत नहीं है जो इंग्लिश बोलती है। क्योंकि हो सकता है इस सर्वे में वो लड़के ना हो जो उनके लिए परफेक्ट हो।