पाकिस्तान में अल्पसंख्यक अहमदी समुदाय के नेता मलिक सलीम लतीफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-झांगवी ने ली है। सलीम पाकिस्तानी नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक अब्दुस सलाम के चचेरे भाई थे।
पुलिस के मुताबिक, वकील सलीम अपने वकील बेटे फरहान के साथ ननकाना साहिब स्थित अदालत जा रहे थे। तभी अज्ञात हमलावरों ने उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। सलीम की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि फरहान गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। सलीम जमात-ए-अहमदिया संगठन के प्रमुख थे।
लश्कर-ए-झांगवी ने सोशल मीडिया पर हत्या की जिम्मेदारी ली। आतंकी संगठन के प्रवक्ता अली बिन सूफियां ने लिखा, ‘लश्कर-ए-झांगवी बसरा ब्रिगेड की विशेष टुकड़ी ने एक नास्तिक को जहन्नुम भेजने का महान काम किया। सलीम अपने आसपास अपने पंथ के संदेश फैलाता था और लश्कर-ए-झांगवी के मुजाहिदीनों को उसकी तलाश थी।’