नई दिल्ली। रिलायंस जियो और पेटीएम ने अपने विज्ञापन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो इस्तेमाल करने पर माफी मांगी है। आपको बता दें कि रिलायंस जियो ने जियो की लॉन्चिंग के समय और पेटीएम ने नोटबंदी की घोषणा होने के अगले ही दिन देश भर के हिंदी और अंग्रेजी के कई अखबारों में पूरे पेज का विज्ञापन जारी किया था। इस विज्ञापन में दोनों ही कंपनियों ने पीएम मोदी की तस्वीर छापी थी, जबकि इसके लिए पहले से पीएमओ या फिर नरेंद्र मोदी से किसी तरह की कोई इजाजत नहीं ली गई थी।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने प्रतीक और नाम (अनुचित प्रयोग रोकथाम) कानून 1950 के तहत दोनों कंपनियों को नोटिस जारी किया था। यह कानून पीएम मोदी की तस्वीर का व्यवसायिक उपयोग करने से रोकता है।
उपभोक्ता मामलों के राज्यमंत्री सीआर चौधरी ने राज्यसभा में अपने एक लिखित उत्तर में बताया, ‘रिलायंस जियो और पेटीएम से उपभोक्ता मामलों के विभाग ने सफाई मांगी थी जिस पर उन्होंने अनजाने में हुई इस गलती के लिए माफी मांगी है।’ उन्होंने कहा कि दोनों कंपनियों ने समाचार पत्रों में अपने पूरे पेज के विज्ञापनों में पीएम मोदी की तस्वीर इस्तेमाल की थी, जो कि कानून का उल्लंघन है।
दोनों कंपनियों को नोटिस भेजकर यह पूछा गया था कि क्यों उन्होंने प्रधानमंत्री के नाम और फोटो का इस्तेमाल वाणिज्यिक लाभ के लिए न करने के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया।
- उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने इस संबंध में दोनों कंपनियों को लिखित चेतावनी देते हुए कहा था कि इस काम के लिए उन पर जुर्माना लगाया जा सकता है।
- पिछले साल सितंबर में रिलायंस जियो ने अपने विज्ञापन के जरिये कंपनी की 4जी सेवाओं को मोदी सरकार के महत्वाकांक्षी डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट के लिए समर्पित किया था।
- राष्ट्रीय अखबारों में पूरे पेज का यह विज्ञापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर के साथ प्रकाशित किया गया था।
- इसके बाद नवंबर में जब प्रधानमंत्री मोदी ने 500 और 1000 रुपए के नोटों को बंद करने की घोषणा की, तब पेटीएम ने भी इसी प्रकार का विज्ञापन देकर इस कदम का स्वागत किया था।
- सरकार के इस कदम के बाद देश में डिजिटल वॉलेट जैसे पेटीएम और मोबीक्विक का कारोबार तेजी से बढ़ा था।