मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शहीदों के बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिये फीस आदि की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की जायेगी। उन्होंने कहा कि शहीदों के परिजन के हर दु:ख-सुख में राज्य सरकार उनके साथ है। मुख्यमंत्री जी न्यूज एम.पी.-छत्तीसगढ़ के ‘अनन्य सम्मान’ समारोह 2016 में बोल रहे थे। इस मौके पर उन्होंने शहीदों के परिजन को सम्मानित किया।
श्री चौहान ने कहा कि देश की आजादी के लिये अनगिनत लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। आजादी के बाद देश की सीमाओं की रक्षा एवं आंतरिक सुरक्षा में तीस हजार से ज्यादा सैनिक ने अपने प्राण न्यौछावर किये हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि जिन्होंने देश की सुरक्षा और शांति के लिये अपना परिजन खोया है, उनके दुख की कभी भरपाई नहीं हो सकती है।
श्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन सेना एवं अन्य सुरक्षा बलों के शहीदों के परिजन की तकलीफें दूर करने के लिये हर संभव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि शहीदों के परिजन को राज्य शासन द्वारा दस लाख रुपये की सम्मान-निधि, एक परिजन को नौकरी और एक आवासीय भू-खण्ड या मकान तथा शहीद की प्रतिमा स्थापित कर उन्हें सम्मान करती आ रही है। उन्होंने शहीदों के सम्मान में हुए इस कार्यक्रम की सराहना की।
इस अवसर पर जिन शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया है, उनमें शहीद रघुनाथ द्विवेदी रीवा, जागेश्वर सिंह देवास, चरण सिंह गुर्जर मुरैना, जितेन्द्र कुशवाह रीवा, मनमोहन सिंह सतना, नाहर सिंह मुरैना, सेमनाथ राठौर अनूपपुर, महेश कुमार बरादिया सतना तथा सुधाकर सिंह सीधी शामिल हैं।
इस मौके पर लोक निर्माण मंत्री श्री सरताज सिंह, लोक स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, परिवहन मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, जनसंपर्क मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह, श्रम मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य, सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री लालसिंह आर्य, पर्यटन राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा एवं स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी तथा पूर्व मुख्यमंत्री श्री कैलाश जोशी, विधायक, अन्य जन-प्रतिनिधि एवं नागरिक उपस्थित थे।