अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज दुनिया के नेताओं से कहा कि यह उन देशों को ‘बेनकाब करने’ और ‘जिम्मेदार ठहराने’ का समय है जो आतंकवादी संगठनों को धन मुहैया कराते हैं और उन्हें पनाह देते हैं| कुछ हफ्ते पहले उन्होंने पाकिस्तान को ‘अराजकताओं के एजेंटों’ का समर्थन करने को लेकर चेतावनी दी थी|
ट्रंप ने उत्तर कोरिया के शासन पर सवाल उठाते हुए बोला, ‘वो अपने शासन और देश के लोगों के लिए आत्मघाती मिशन चला रहा है। समय या गया है कि वो समझ जाए कि परमाणु परीक्षणों पर रोक लगाना ही उसके भविष्य के लिए बेहतर है।’ ट्रंप ने कहा कि दुनिया में अगर कहीं जनता सबसे ज्यादा अपमानित हो रही है वो उत्तर कोरिया के राज में हो रही है।
इसके साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हम लड़ाई और युद्ध नहीं चाहते हैं, बल्कि दोस्ती और एक्ता चाहते हैं। इस दौरान ट्रंप ने कहा कि आतंकवादी और चरमपंथी अपनी ताकत को बढ़ाते हुए दुनिया के हर कौने पहुंच चुके हैं। इसके साथ ही ट्रंप ने कहा, ‘हम इस्लामिक चरमपंथ को किसी भी तरह से अपने देश और दुनिया को अलग-थलग करने नहीं दे सकते।’
इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमने इराक और सीरिया में आईएसआईएस को हरा कर बड़ी कामियाबी हासिल की है। ट्रंप ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि हम जॉर्डन, तुर्की और लेबनान का शुक्रिया अदा करते हैं जिन्होंने सीरिया के शरणार्थियों को पनाह दे रखी है।
साथ ही उन्होंने कहा कि हमने शरणार्थियों को बसाने के लिए अपने देश में खास तरह के इंतजाम करने की व्यवस्था की है। इसके चलते यातनाएं सह रहे प्रवासियों को रहने के सही ठीकाने मिलेंगे।