अपने बच्चे के दिमाग को बनाए ऐसे तेज !

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आजकल बढ़ती प्रतिस्पर्धा की दौड़ में आगे बढ़ने के लिए बच्चों को शार्प माइंडेड होना बहुत जरूरी है। उन्हें वो सबकुछ पता होना चाहिए, जो उनके लिए जानना जरूरी है। हर माता-पिता का सपना होता है कि उनका बच्चा बुद्धिमान बने और पढ़ाई में आगे निकले। लेकिन क्या आप जानते हैं बच्चों को बुद्धिमान बनाना आपके हाथ में है? जी हां, अगर बच्चों को एक खुशनुमा माहौल दिया जाए खाने में पौष्टिक आहार दिया जाए तो बच्चों को बुद्धिमान बनाना आसान हो जाता है। जानें बच्चों का दिमाग तेज करने के उपाय।

दिमागी खेल के फायदे
बच्चों के दिमागी विकास और उन्हें बुद्धिमान बनाने के लिए जरूरी है कि बच्चों के साथ छोटे-छोटे दिमागी खेल खेले जाएं। पहले उन्हें विस्तार से खेल का तरीका बताएं फिर उनके साथ बच्चा बनकर ही खेलें और गलती होने पर उन्हें अवश्य बताएं। जिससे वे उस गलती को दोबारा करने से बचेंगे। इन खेल की मदद से उनका दिमाग तो तेज होगा ही साथ उन्हें मजा भी आएगा।

प्यार व दुलार
वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन के मुताबिक जो महिलाएं अपने नवजात को ज्यादा प्यार व दुलार देती हैं। उनके बच्चों के दिमाग के हिप्पोकेंपस क्षेत्र में ज्यादा नर्व कोशिकाएं बनती हैं जिससे बच्चे का दिमाग तेज होता है। मां से लगाव होने पर बच्चों के दिमागी विकास पर काफी असर होता है।

पौष्टिक आहार
बच्चों के दिमागी विकास के लिए उन्हें पौष्टिक आहार की बहुत जरूरत होती है। बच्चों को खाने में हरी सब्जियां, फल, दूध, मेवे, अंडे आदि जैसे खाद्य पदार्थ दें। बच्चों को जंक फूड का सेवन कम से कम कराएं। हर रोज सुबह बच्चों को भीगे हुए बादाम की दो तीन गरियां खाने को दें। इससे उनकी याद्दाशत बढ़ती है।

पर्याप्त नींद
पोषक तत्वों के अलावा, पर्याप्त नींद आवश्यक है। अमरीका में हुए एक अध्ययन के मुताबिक दोपहर में खाना खाने के बाद क़रीब एक घंटे की नींद लेने से बच्चों की याददाश्त बढ़ती है। यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाच्युसेट्स के शोधकर्ताओं के मुताबिक दिमाग को मजबूत बनाने और सीखने के लिए दोपहर की नींद बेहद अहम है।

माँ का दूध पिलाएं
मां का दूध बच्चे के दिमागी विकास के लिए बहुत जरूरी है। नवजात के लिए मां के दूध से अच्छा कोई भी आहार नहीं होता है। एक तरफ जहां मां के दूध से बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है वहीं यह बच्चों के दिमागी विकास के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है। डैनिश शोधकर्ताओं के मुताबिक मां के दूध पीने वाले बच्चे ज्यादा स्वस्थ और बुद्धिमान होते हैं।

किताबों के शौकीन
बच्चों के दिमागी विकास के लिए नयी-नयी तकनीक आ चुकी है लेकिन हम किताबों से मिलने वाले ज्ञान को कैसे भूल सकते हैं। ज्यादातर बच्चों को किताबें पढ़ने का शौक होता है। आपको बच्चे की इस शौक में बाधा बनने की जगह उन्हें किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए। यह हर उम्र के बच्चों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इससे उन्हें हर तरह का ज्ञान मिलता है।

तो अब बच्चों का दिमागी विकास के लिए इन उपायों को अपनायें और अपने प्यारे को बनाए जिनियस। ध्यान रहे बच्चे आपसे ही सीखते हैं इसलिए जैसा आप बोलेंगे व्यवहार करेंगे वे भी वैसा ही करेंगे।

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