आस्ट्रेलिया के नव नियुक्त बल्लेबाजी कोच ग्रीम हिक का मानना है कि अगले साल की शुरूआत में भारत दौरे के दौरान टीम के शीर्ष बल्लेबाजों को अधिक धैर्य दिखाना होगा और हालात से जल्द सामंजस्य बैठाना होगा। हिक ने कहा कि यह सबसे पहले उनके हालात से सामंजस्य बैठाना है। कभी कभी शायद आस्ट्रेलियाई तरीका दबदबा बनाने का है और टैस्ट क्रिकेट में रन गति काफी बढ़ जाती है। अगर भारत में हाल में सफल टीमों को देखों तो शायद वह ऐसी जगह है जहां हमें कुछ अधिक धैर्य की जरूरत है। मत भूलिए यह क्रिकेट की सबसे कड़ी चुनौतियों में से एक है।
वर्ष 1993 में इंगलैंड की 0-3 की हार के दौरान भारत के खिलाफ करियर की सर्वश्रेष्ठ 173 रन की पारी खेलने वाले हिक ने कहा कि जो टीमें सफल रही उनमें ऐसे खिलाड़ी रहे जिन्होंने शुरूआत में ही काफी रन बनाए। शायद कुछ अच्छे सत्र काफी नहीं होंं। अगर आप टिक गए हो तो खिलाड़ी को पहली पारी में बड़ा स्कोर खड़ा करना होगा और जिम्मेदारी लेनी होगी। इसके लिए शायद कुछ अधिक धैर्य की जरूत पड़े।
हिक ने कहा कि आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी श्रीलंका टैस्ट श्रृंखला में करारी हार के बाद बेहतर प्रदर्शन करने को तैयार है। हिक ने कहा कि यह अहम है कि खिलाड़ी सोचें कि वे उप महाद्वीप में सफल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि मानसिकता महत्वपूर्ण है। आपको आत्मविश्वास की जरूरत है। शीर्ष खिलाड़ी खुद इससे निपट लेंगे।