नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निकट भविष्य में अपनी कैबिनेट में कोई फेरबदल नहीं करने जा रहे हैं। ऐसी अटकलें थीं कि जो मंत्री विवादों के केंद्र में रहे हैं उनका मंत्रालय बदला जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक अभी कैबिनेट में कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है। बुधवार को मोदी सरकार ने एक उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न मंत्रालयों के प्रदर्शन पर बात की गई थी। इस बैठक के बाद यह साफ हो गया कि कैबिनेट में अभी कोई फेरबदल नहीं होने जा रहा है।
जानकारी के मुतबाकि अब हर महीने के आखिरी बुधवार को इस तरह की बैठक होगी। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी विभिन्न मंत्रालयों के प्रदर्शनों को लेकर समीक्षा करेंगे। पीएम मोदी सरकार के प्रदर्शनों पर अब कड़ी नजर रखना चाहते हैं।
ठीक से काम करने की दी हिदायत-
बैठक में शामिल रहे एक मंत्री ने बताया कि पीएम मोदी ने सभी मंत्रियों को लगातार बढ़िया काम करने की सलाह दी है। मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से पीएमओ के आंकड़े के मुताबिक कैबिनेट के 548 फैसलों में से 459 को लागू किया जा चुका है। इस मासिक समीक्षा बैठक में मंत्रियों को तीन कैटिगरी में जोड़ा गया है। इनमें कृषि और उनसे जुड़े सेक्टर्स, इन्फ्रास्ट्रक्चर और उनसे जुड़े सेक्टर्स के साथ सोशल और कोर सेक्टर्स हैं। इस पहली मीटिंग में पांच मंत्रियों ने अपने काम के बारे में पीएम को बताया। इनमें कृषि, ग्रामीण विकास, जल संसाधन, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और केमिकल एवं फर्टिलाइजर मंत्रालय शामिल थे।
उमा भारती ने बटोरी तारीफें-
जानकारी के मुताबिक उमा भारती के जल संसाधन मंत्रालय को गंगा मिशन के प्रॉजेक्ट्स को लागू करवाने को लेकर मीटिंग में तारीफें मिली हैं। उमा भारती के बारे में कहा गया कि उन्होंने कम वक्त में इन प्रॉजेक्ट्स को लागू किया है। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी ने अनंत कुमार के केमिकल एवं फर्टिलाइजर मंत्रालय में योजनाओं को लागू करने में सुस्ती को लेकर निराशा जाहिर की है।
अहम बिल पास कराना बड़ी चुनौती-
प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि सरकार की अहम योजनाओं को लोगों के बीच लोकप्रिय बनाया जाए। पीएम ने कहा कि कैबिनेट मंत्री अपनी योजनाओं को लेकर तत्पर रहें और लोगों के बीच इसे लेकर जागरूकता फैलाने का भी काम करें। सूत्रों ने बताया कि पीएम ने उपलब्धि को जाहिर करने पर भी जोर दिया। सरकार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कैबिनेट में अभी कोई फेरबदल नहीं होगा और सरकार का ध्यान बजट सेशन में अहम बिलों को पास करवाने पर है।