रायसेन – (ईपत्रकार.कॉम) |शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में नवगठित शाला प्रबंधन समितियों को जागरूक कर उन्हें उनके अधिकारों एवं कर्तव्यों की जानकारी दें। ताकि शिक्षा हित में समुदाय की भरपूर सहभागिता हो सके। साथ ही सही रूप में शिक्षा का अधिकार कानून का क्रियान्वयन हो सके। यह बात राज्य शिक्षा सलाहकार यूनिसेफ श्री एलएस बघेल ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रायसेन में एसएमसी डीआरजी प्रशिक्षण कार्यशाला के प्रथम चरण में प्रतिभागी शिक्षकों को संबोधित करते हुए कही। राज्य शिक्षा सलाहकार श्री बघेल ने प्रथम चरण के दो दिवसीय प्रशिक्षण सत्र के पहले दिन प्रतिभागियों से कहा कि शिक्षा का अधिकार कानून समुदाय की सहभागिता को प्रोत्साहन देता है और इसीलिए एसएमसी को गठित कर उन्हें अधिकार सम्पन्न बनाया गया है। इसको शिक्षक वास्तविक धरातल पर सही रूप में साकार करें। प्रशिक्षण कार्यशाला में डाइट प्राचार्य श्री एके सिंह ने प्रतिभागी शिक्षकों को विभिन्न बिंदुओं पर अभिप्रेरित किया।
कार्यशाला के पहले चरण के इस आयोजन में सांची एवं औबेदुल्लागंज विकासखण्ड के लगभग 200 माध्यमिक शिक्षक शामिल हुए। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर के रूप में राज्य शिक्षा केन्द्र के एसआरजी श्री प्रदीप सोनी, श्री मनोज नायक, श्री अखलेश मिश्रा, श्री एमएम पांडे, श्री रविन्द्र शर्मा एवं श्री आरएस नमचुरिया ने विस्तार से प्रशिक्षण दिया। यह प्रशिक्षण तीन चरणों में सभी विकासखंडों के लिए आयोजित किया जाएगा। इन प्रशिक्षण कार्यशालाओं के बाद स्कूल स्तर पर एसएमसी सदस्यों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।