अगर आप भी बालो में लगाते हैं कलर तो हो जाएं सावधान

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फैशन के अनुसार चलना तो अच्छी बात है, लेकिन कई बार फैशन के चक्कर में हम कई ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिसका खामियाजा हमें कई तरह से भुगतना पड़ता है। बालों में कलर लगाने का जो फैशन इन दिनों चल पड़ा हैं, उसके कई साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।

बालों को रंगने के लिए जिन कलर्स का उपयोग होता है, उनमें पैराफेनीलेनेयमिन नामक रसायन होता है। इससे कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है। इसका टेस्ट करने के लिए कान के पीछे थोड़ा-सा कलर लगाएं और 24 घंटे रहने दें। यह संक्रमण नहीं होता है तो कलर का उपयोग किया जा सकता है। इसे पैच टेस्ट कहा जाता है।

अस्थमा के मरीजों को सांस की तकलीफ-
जिन हेयर कलर्स का हम इस्तेमाल करते हैं, उनमें एक प्रकार का ‘परसल्फेट’ नाम का केमिकल पाया जाता है, जो अस्थमा के रोगियों के लिए घातक होता है, इसकी गंध से ही रोगी को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।

हेयर कलर से स्किन एलर्जी-
यदि आपकी त्वचा संवेदनशील है तो इन हेयर कलर्स का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे बहुत जल्द एलर्जी की समस्या हो सकती है। कई बार लोगों को खुजली या लाल फुंसियों की भी समस्या हो जाती है।

झड़ सकते हैं बाल-
यदि आप हेयर कलर्स का इस्तेमाल बार-बार करते हैं तो आपको बाल टूटने की भी समस्या हो सकती है। साथ ही आपके बालों की गुणवत्ता भी प्रभावित हो सकती है। दरअसल इसका मुख्य कारण यह है कि हेयर कलर में जो कैमिकल उपयोग में लाए जाते हैं, वे जरूरी नहीं कि आपके शरीर से सामंजस्य स्थापित कर सकें।

आंखों के लिए हानिकारक-
जब हम हेयर कलर अपने बालों पर लगाते हैं, तब हेयर कलर हमारे आंखों में जा सकता है, जिससे हमारी आंखों की रोशनी भी कम हो सकती है। क्योंकि इसमें ऐसे घातक रसायन होते हैं, जो रेटिना को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

रुक सकती है बालों की ग्रोथ-
लगातार हेयर डाई के इस्तेमाल से इसमें पाए जाने वाले केमिकल्स हमारी बालों की ग्रोथ के लिए समस्या पैदा कर सकते हैं, जिस वजह से गंजापन होने की दिक्कत भी आ सकती है।

त्वचा कैंसर का खतरा भी ज्यादा-
हम जो भी कलर डाई उपयोग करते हैं, कुछ केमिकल्स ऐसे भी होते हैं जो शरीर में कैंसर के खतरे को बढ़ावा देते हैं। इससे त्वचा कैंसर का खतरा रहता है। इसलिए यह जरूर ध्यान रखें कि एक-दो बार लगाने के बाद ही यदि स्किन एलर्जी होने लगे तो उस हेयर कलर को तत्काल बंद कर देना चाहिए। एक रिसर्च से यह बात सामने आई है कि जिन महिलाओं ने 1980 से पहले हेयर डाई का इस्तेमाल किया था, उन महिलाओं में कैंसर का खतरा ज्यादा दिखा।

हेयर कलर लगाने से पहले इन बातों का ध्यान रखें-
बाजार से कोई भी सस्ता हेयर कलर देखकर ना खरीदें और उसका इस्तेमाल ना करें। हेयर कलर खरीदते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि वह अमोनिया फ्री है या नहीं। यदि सिर में चोट लगी है या खुला घाव है तो उस स्थिति में हेयर कलर का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। यदि आप पहली बार कलर का उपयोग कर रहे हैं तो थोड़ा सा इस्तेमाल करके देखना चाहिए, ताकि पता चल सके कि इससे एलर्जी तो नहीं हो रही है। हेयर कलर लगाने से पहले उसके आवश्यक निर्देश जरूर पढ़ लेना चाहिए और उसे बच्चों की पहुंच से भी हमेशा दूर रखना चाहिए।

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