पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने दलित समूहों द्वारा आहूत भारत बंद की सराहना की और कहा कि सदियों में पहली बार दलित संविधान में वर्णित अपने अधिकारों की मांग को लेकर बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में मंडल आयोग के बाद सामाजिक न्याय पर आयोजित सार्वजनिक बैठक में यादव ने अनुसूचित जाति…अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम पर उच्चतम न्यायालय के फैसले को अनुचित करार दिया।
उन्होंने कहा, ‘सदियों में पहली बार ऐसा हुआ कि सबसे पिछड़ा तबका-दलित-संविधान में वर्णित अपने अधिकारों की मांग को लेकर बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरा। उन्हें उनकी संख्या का भी पता चला।’ उन्होंने इसे ऐतिहासिक आयोजन बताया।