आँखें तेरी हैं जाम की तरह…..

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आँखें तेरी हैं जाम की तरह,

एक बार देखूं तो नशा छा जाये,

होंठ तेरे जैसे खिलते कँवल,

बोले तो हर चीज़ महक जाये,

बाल हैं तेरे नागिन जैसे,

जैसे आसमान पे काली घटा छाए,

गालों पे वो गुलाब की सुर्खी,

मुझ को देख के जब तू शरमाये,

तुझको चलता देख के दिलबर,

चाँद भी बदली में छुप जाये।

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