ग्लोबल मंदी के बावजूद हमारी ग्रोथ बेहतरीन: मोदी

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ई-पत्रकार-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हम दुनिया के छठे सबसे बड़े मैन्युफैक्चरिंग वाले देश बन गए हैं और साल 2015-16 में मैन्युफैक्चरिंग में 9 फीसदी की बढ़त हुई है. उन्होंने कहा कि इससे रोजगार और मध्य वर्ग की क्रयशक्ति को बढ़ाने में मदद मिल रही है. वाइब्रैंट गुजरात समिट 2017 को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह बात कही. प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले कहा जाता था कि लोकतंत्र में तेजी से शासन और नतीजे हासिल नहीं किए जा सकते, लेकिन पिछले ढाई साल में हमने ऐसा कर दिखाया है. हमने राज्यों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा कायम की है.

चार दिन का यह सम्मेलन गुजरात की राजधानी गांधी नगर के महात्मा मंदिर कॉन्वेंशन हॉल में हो रहा है. यह सम्मेलन हर दो साल में आयोजित किया जाता है. भारत के उच्च शि‍क्षित, समर्पित और प्रतिभावान युवा देश और दुनिया के कारोबार के लिए संभावना पैदा कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारे युवा उद्यमी बनना पसंद कर रहे हैं. हमारे यहां विशाल घरेलू मार्केट है. भारतीय उपमहाद्वीप दुनिया के कई हिस्सों से अच्छे से जुड़ा है. प्रकृति हम पर मेहरबान है. हमारी संस्थाएं और विद्वानों की दुनिया भर में पहचान है. भारत एक उभरता हुआ आरऐंडडी हब है, दुनिया में सबसे ज्यादा वैज्ञानिक और इंजीनियर पैदा करने के मामले में हमारा दूसरा स्थान है.’

स्वच्छ प्रशासन देना प्राथमिकता
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘ हमारी सरकार इस वायदे पर चुनी गई है कि हम स्वच्छ प्रशासन देंगे और भ्रष्टाचार को खत्म करेंगे. हमें राजनीति और अर्थव्यवस्था में बदलाव करना है. हमने इस दिशा में काम करनाा शुरू कर दिया है. हमने रिश्ते आधारित गवर्नेंस से कायदा आधारित गवर्नेंस पर काम किया है. हमने सबको समान अवसर दिया है, इसमें डिजिटल इकनॉमी ने बेहतर रोल प्रदान किया है. ई-गवर्नेंस आसान गवर्नेंस होता है. नई टेक्नोलॉजी से भेदभाव खत्म होता है. हम दुनिया की सबसे ज्यादा डिजिटाइज इकनॉमी बनाने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अर्थव्यवस्था के माइक्रो इंडिकेटर जैसे जीडीपी ग्रोथ, महंगाई, चालू खाते के घाटे में देश को काफी उपलब्धियां हासिल हुई हैं. ग्लोबल मंदी के बावजूद हमारी ग्रोथ बेहतरीन रही है. हमें इंजन ऑफ ग्लोबल ग्रोथ माना जा रहा है. 2014-15 में भारत ने 12.5 फीसदी ग्लोबल ग्रोथ में योगदान दिया. निवेश आकर्षित करना और बिजनेस के लिए अच्छा वातावरण प्रदान करना मेरी प्राथमिकता रही है. हमने जीएसटी, आईपीआर, बैंकरप्शी कानून जैसे कई सुधार किए हैं. ये संकेत हैं कि हम किस दिशा में जा रहे हैं.’

देश की रैंकिंग में सुधार
उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है. हम विभ‍िन्न क्षेत्रों में नियामक ढांचे में सुधार कर रहे हैं. इससे कई इंडिकेटर के मामले में भारत का ग्लोबल रैंकिंग बढ़ रहा है. वर्ल्ड बैंक डूइंग बिजनेस रिपोर्ट में भारत के रैंकिंग में सुधार हुआ है. हमारी नीतियों के सकारात्मक नतीजे से हमारा आत्मविश्वास काफी बढ़ा है. हम भारत को बिजनेस के लिए सबसे आसान देश बनाना चाहते हैं.

एफडीआई के मामले में टॉप देशों में
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘हमने कई सेक्टर में एफडीआई को आसान बनाया है. आज भारत सबसे खुली अर्थव्यवस्था वाले देशों में से है. ढाई साल में कुल 130 अरब डॉलर का एफडीआई आया. यह सबसे ज्यादा है. एफडीआई इनफ्लो में भारत टॉप 10 देशों में बना हुआ है. यही नहीं रिटर्न ऑन इनवेस्टमेंट के मामले में भी भारत शीर्ष देशों में है.

मेकिंग इंडिया बना सबसे बड़ा ब्रैंड
उन्होंने कहा, ‘मेक इन इंडिया अब तक का सबसे बड़ा ब्रैंड बन गया है. मैं दुनिया में जहां भी गया, अगर मैंने पांच बार मेक इन इंडिया बोलता था, तो मेजबान देश के नेता 50 बार मेक इन इंडिया बोलते थे. इस अवसर का लाभ हमें गुड गवर्नेंस और इको सिस्टम के आधार पर राज्यों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा लाने में करना होगा. आज दुनिया में कहीं भी किसी को मेक इंडिया के बारे में बताने की जरूरत नहीं पड़ती.’

समावेशी हो विकास
प्रधाानमंत्री ने कहा, ‘सरकार को यह सुनिशचित करना होगा कि हमारा ग्रोथ समावेशी हो. गांव और शहर दोनों को समान रूप से विकास का लाभ मिलना चाहिए. हमारी विकास का एजेंडा काफी महत्वाकांक्षी है. हम हर गरीब को घर देना चाहते हैं, 2022 तक हो यह हमारा सपना है, हम हर व्यक्ति को रोजगार देना चाहते हैं. लोगों का जीवन स्तर बेहर से बेहतर बनाना चाहते हैं. ‘

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