भारत में कई धर्म है और सभी धर्मों में अपने-अपने रिवाज और मान्यताएं होती हैं। हिन्दू धर्म में भी अनेक रीति-रिवाज है। इसमें विवाह से पहले दुल्हें को घोड़ी पर बिठा कर ले जाया जाता है। क्या आपने सोचा है कि दूल्हे को घोड़ी पर ही क्यों बिठाते है? इसके पीछे कोई धार्मिक कारण नहीं है। आइए हम आपको बताते हैं कि इसके पीछे क्या कारण है।
दूल्हे को घोड़ी पर बिठाने के पीछे का कारण दुल्हे की सेहत से जोड़ा गया है। इससे यह जाना जाता है कि दुल्हा वास्तव में शादी के लायक है। कहा जाता है कि घोड़ी एक चतुर प्राणी है। अगर दूल्हा गोड़ी की सवारी अच्छे से कर सकता है तो बोला जाता है कि वह परिवार की जिम्मेदारियों को भी अच्छी तरह निभा लेगा।
घोड़ी चढ़ने के पीछे यह भी देखा जाता है कि दुल्हा पत्नी के चंचल मन को प्रेम और संयम से संभाल पाएगा की नहीं। एक मान्यता के अनुसार यह दुल्हे की साहस को दर्शाता है जो पत्नी की सुरक्षा करने की क्षमता को व्यक्त करता है।