धूप में छांव की तलाश किया करो,
शहर में गांव की तलाश किया करो ||
जिंदगी में रोज रोज रोने से कुछ नहीं होगा हासिल,
अनदिखे घाव की तलाश किया करो ||
बहुत पहले, जो तुम निशाँ कहीं छोड़ आएं,
अब उन्हीं निशां के पाँव की तलाश किया करो ||
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उसकी उल्फत खरीदना है अगर तुमें ,
जाओ पहले उसके भाव की तलाश तो करो ||