पटेल नहीं नेहरू ने की थी कश्मीर की डील, तभी 370 लागू-अमित शाह

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अनुच्छेद 370 को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में सोमवार को जवाब दिया. उन्होंने एक तरफ अलगाववादियों पर जमकर हमला बोला तो वहीं पंडित जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल का भी जिक्र किया. अमित शाह ने कहा, आतंकियों, आईएसआई और घुसपैठियों ने घाटी के युवाओं को गुमराह कर रखा है. जो लोग घाटी के युवाओं को भड़काते हैं, उनके बेटे-बेटियां लंदन में पढ़ते हैं. गृह मंत्री ने कहा, हम घाटी के युवाओं को गले लगाना चाहते हैं, शिक्षा और रोजगार देना चाहते हैं. इसके बाद शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का जिक्र किया.

अमित शाह ने कहा, नेहरू ने कहा था कि अनुच्छेद 370 घिसते-घिसते घिस जाएगा लेकिन 70 साल तक इसे इतना संभाल कर रखा गया कि यह घिसा नहीं. हर कोई जानता है कि यह अस्थायी प्रावधान है. उन्होंने आगे कहा, कुछ सदस्य कह रहे हैं कि सरदार पटेल कश्मीर पाकिस्तान को देना चाहते थे. ऐसी बातों को संसद के रिकॉर्ड से हटा देना चाहिए. सरदार पटेल ने 650 से ज्यादा रियासतों को एकजुट कर अखंड भारत का निर्माण किया.

संसद में बहस के दौरान अमित शाह ने कहा, सरदार पटेल ने कभी कश्मीर का डील नहीं किया. उन्होंने जूनागढ़ और हैदराबाद का डील किया, जो भारत में हैं, वो भी बिना अनुच्छेद 370 के. जम्मू-कश्मीर का डील किया था पंडित नेहरू ने, जिसके साथ अनुच्छेद 370 है. सरदार पटेल ने कभी यह मामला डील किया ही नहीं.

राज्यसभा में अमित शाह ने कहा कि कई सांसद पूछ रहे हैं कि जम्मू कश्मीर केंद्र शासित कब तक बना रहेगा. मैं उन्हें आश्वस्त कर देना चाहता हूं कि वहां की स्थिति जैसे ही सामान्य होगी और सही वक्त आएगा, जम्मू कश्मीर को दोबारा राज्य बना दिया जाएगा. इसमें थोड़ा वक्त लग सकता है लेकिन एक दिन यह राज्य जरूर बनेगा.

अमित शाह ने आगे कहा, ‘नेहरू जी ने कहा था कि 370 घिसते घिसते घिस जाएगी मगर 370 को इतने जतन से संभाल कर रखा, 70 साल हुए, यह घिसा नहीं. सब लोग ऐसा मानते हैं कि यह अस्थायी प्रावधान है लेकिन अस्थायी 70 साल चल सकता है. यह कब खत्म होगा, कैसे खत्म होगा.’

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