पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ और वहां की सेना ने बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) को पीछे कर उसकी जगह हलाल दस्ता तैनात कर दिया है। इतना ही नहीं, हलाल दस्ते को भारतीय क्षेत्र में सैनिकों पर हमला करने का टारगेट भी दे दिया गया है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेनकाब हो चुकी पाकिस्तान सरकार व सेना ने किरकिरी से बचने के लिए ऐसा किया है।
कैसा होता है हलाल दस्ता
हलाल दस्ते में लश्कर के खूंखार आतंकवादियों, पाक सेना के चुनिंदा जवानों और विशेष कमांडो को शामिल किया गया है। एक ग्रुप में आठ से दस लोग शामिल हैं। हर ग्रुप में पाक सेना के दो स्पेशल सर्विस ग्रुप (एसएसजी) के कमांडो भी हैं। हलाल ग्रुप में शामिल लश्कर के आतंकियों को इस प्रकार का प्रशिक्षण दिया गया है कि वह सीमा पार हमला करके अपनी सीमा में सुरक्षित लौट सकें। इसमें पाक सेना का भी निरंतर सहयोग रहेगा।
सूत्रों के अनुसार, हलाल दस्ते को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी से साफ निर्देश मिले हैं कि जल्द से जल्द सीमा पार करके भारतीय सेना के जवानों पर हमला किया जाए। ऐसे में अगले कुछ दिनों में हलाल टीम के सदस्य भारतीय क्षेत्र में दाखिल होकर किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। इस खुफिया रिपोर्ट के बाद सीमा पर चौकसी और भी कड़ी कर दी गई है। हलाल दस्ते को बैट टीम से अधिक घातक माना जा रहा है।