प्रदूषण से दिल्ली-NCR में भयावह हालात,5 नवंबर तक सभी स्कूल बंद, केंद्र ने की हाई लेवल मीटिंग

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दिल्ली-एनसीआर और नॉर्थ इंडिया के कुछ हिस्सों में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण प्रधानमंत्री कार्यालय भी हरकत में आ गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने आज प्रदूषण के हालात पर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा के संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की.

इन राज्यों के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक में जुड़े. कैबिनेट सेक्रेटरी भी प्रदूषण के हालात पर लगातार नजर रखेंगे. साथ ही पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के मुख्य सचिवों को हर रोज अपने-अपने राज्यों के जिलों में प्रदूषण के हालात पर लगातार मॉनिटर करने के लिए भी कहा गया है.

वहीं, दिल्ली, नोएडा के बाद अब गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी स्कूल बंद रहेंगे. नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद में 4 व 5 नवंबर को स्कूल बंद रहेंगे. बता दें कि पहले दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों को 5 नवंबर तक बंद रखने का आदेश जारी किया था. वहीं, दिल्ली के बाद नोएडा में भी स्कूल बंद करने का आदेश जारी किया गया और अब गुड़गांव और फरीदाबाद में भी 4 से 5 नवंबर तक स्कूल बंद रहेंगे. शिक्षा विभाग ने ग्रुरुग्राम और फरीदाबाद में दो दिन तक सभी स्कू बंद रखने के आदेश दिए हैं.

बता दें कि दिवाली के बाद से ही दिल्ली और आसपास के इलाकों में प्रदूषण के कारण एयर क्वॉलिटी बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई है. इस खराब स्थिति को देखते हुए शिक्षा विभाग ने 2 दिनों के लिए गुरुग्राम और फरीदाबाद के स्कूल बंद करने का आदेश जिला प्रशासन को दिए हैं.

वहीं गौतम बुद्ध नगर, नोएडा में वायु प्रदूषण के प्रकोप की वजह से जिलाधिकारी बृजेश नारायण सिंह ने सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों को दो दिन बंद करने का आदेश दिया है. नर्सरी से कक्षा बारहवीं तक के स्कूलों में छुट्टी की गई है.

एक्यूआई 1200 के पार
दिल्ली-एनसीआर में रविवार सुबह को हुई बारिश के बाद भी लोगों को प्रदूषण से कोई राहत नहीं मिली. दिल्ली वालों के लिए रविवार सुबह भी एयर क्वालिटी इंडेक्स के आंकड़े चिंता बढ़ाने वाले हैं. दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर बढ़ता ही जा रहा है. एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 1200 के स्तर को भी पार कर गया है.

वहीं, गाजियाबाद में एक्यूआई 1241 पर पहुंच गया है, जबकि दिल्ली के अलीपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 900, नरेल में 986, आनंद विहार में 979 पहुंच गया है.

बारिश से धुंध पर फर्क नहीं
वहीं, प्रदूषण की खतरनाक स्थिति ने कई पर्यावरण वैज्ञानिकों को भी चौंका दिया है. पर्यावरण वैज्ञानिकों को भी इस बात की सही वजह समझ में नहीं आ रही. कुछ पर्यावरण वैज्ञानिकों का कहना है कि क्योंकि बिल्कुल हल्की बारिश हुई है और इतनी बारिश प्रदूषण हटाने के लिए काफी नहीं है, बल्कि इसकी वजह से प्रदूषण के कण ह्यूमिडिटी बढ़ने पर और ज्यादा कंसंट्रेटेड हो गए हैं.

पर्यावरण वैज्ञानिकों का कहना है कि यह हवा के डायरेक्शन की वजह से है, क्योंकि हवा हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों की तरफ से दिल्ली की तरफ आ रही है तो शायद उसमें पराली का धुंआ और ज्यादा लाया है.

दिल्ल से सटे नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद की हवा भी जहरीली बनी हुई है. बताया जा रहा है कि पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के सीमाई इलाकों में पराली जलाए जाने से दिल्ली की आबो-हवा में जहर घुल रहा है.

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